AURANGABAD : बिहार के औरंगाबाद जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है. दरअसल जिले के दाउदनगर उपकारा में बंद एक कैदी को सिपाही ने जानवर की तरह पीटा है. पुलिस ने डंडे से मारकर कैदी की दी चमड़ी उधेड़ दी है. मामला प्रकाश में आने के बाद औरंगाबाद के जिलाधिकारी ने कार्रवाई का भरोसा दिया है.
बताया जा रहा है कि दाउदनगर उपकारा में बंद कैदी विकास कुमार को जेल से रिहा करने से पहले सिपाही द्वारा जमकर पीटा गया. पिटाई महज नजराना 500 नहीं देने को लेकर की गई बुरी तरह से घायल विकास कुमार का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया है. घायल विकास ने बताया कि 31 मई को शराब पीने के एक मामले में जेल भेजा गया था. वह दाउदनगर कारा में बंद था मंगलवार को उसकी जमानत होने के बाद उसका भाई बेल बॉन्ड साइन कराने के लिए दाउदनगर पहुंचा था. जेल के सिपाही आरके यादव को उसके जमानत होने की जानकारी मिल गई थी, जो कि गेट पर तैनात है. उसने बेल् बांड साइन होने से पहले उसने 500 रुपये देने को कहा तो विकास देने से मना कर दिया.
विकास ने कहा कि वह जेल में बंद है और उसके पास पैसे नहीं है. सुबह 11:30 बजे से उसके भाई को वहां इधर से उधर भगाया जाता रहा. शाम में जब उसके भाई ने पैसे देने की बात स्वीकार कर ली तो बेल् बांड साइन कर दे दिया गया. उसने 100 रुपये वहां गेट पर सिपाही को दिए थे. बुधवार को उसका भाई दाउदनगर कारा पर आया लेकिन उससे पहले करीब 11:30 बजे उसकी जमकर पिटाई की गई.
सिपाही रंजीत कुमार और किसी दूसरे कांड में बंद कैदी बिट्टू यादव ने उसे पीटा उसके पीठ, बांह और पैर पर जमकर लाठी-डंडे से वार किया. जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया. केवल पैसे नहीं देने और गलत का विरोध करने के कारण उसकी यहां पिटाई की गई. उसे कई लोगों से इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. उस दिन में खाने के लिए कुछ भी नहीं दिया गया. देर शाम उसे यहां से रिहा किया गया, जब उसके भाई ने उसकी हालत देखी तो वह फफक कर रो पड़ा.
परिजनों ने इसकी शिकायत वहीं अधिकारियों से करने की बात कही है. इस संबंध में एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि मामला जेल से संबंधित है. जेल अधीक्षक को इसकी जांच करने के लिए कहा जाएगा. किसी के साथ भी अनावश्यक मारपीट की बात को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. औरंगाबाद के जिलाधिकारी ने कहा कि सिपाही ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया है. उस पर कड़ी कार्रवाई होगी. उसे सस्पेंड कराया जाएगा और विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी. पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया जा रहा है.
शहर के ही रहने वाले विकास कुमार मिश्रा आरो मशीन की मरम्मत का काम करते हैं. पिछले कई सालों से वह इस काम में लगे हुए हैं. विकास ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व उसने हल्की शराब पी थी और मुफस्सिल थाना पुलिस ने उसे जांच के दौरान पकड़ा था. पहली बार वह शराब पीने में जेल जा रहा था. इससे पहले उसने कभी कोई अपराध नहीं किया है.
विकास ने बताया कि बुधवार को जेल में उसे जानवरों की तरह पीटा गया. जिससे उसकी तबीयत भी बिगड़ गई. इस पिटाई से वह आहत महसूस कर रहा है. उसने कहा कि जिला प्रशासन इसकी जांच कर उचित कार्रवाई करें.