वाह रे सुशासन की पुलिस: 3 दिन से थाने में बंद महिला की मौत, वर्दीवालों पर हत्या का आरोप, थानेदार ने कहा- न FIR था, न आरोप... तीज के दिन उठाकर लाये थे

वाह रे सुशासन की पुलिस: 3 दिन से थाने में बंद महिला की मौत, वर्दीवालों पर हत्या का आरोप, थानेदार ने कहा- न FIR था, न आरोप... तीज के दिन उठाकर लाये थे

ARA : बिहार के भोजपुर जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो नीतीश सरकार में पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा करती है. सुशासन की पुलिस पर थाने में एक महिला के साथ बर्बरता से पिटाई कर जान से मारने का आरोप लगा है. तीन दिन से थाने में बंद पड़ी महिला की संदेहास्पद स्थिति में मौत को भोजपुर के एसपी विनय तिवारी आत्महत्या बता रहे हैं तो मृतक महिला के परिजनों का आरोप है कि पुलिसवालों ने थाने में टॉर्चर कर महिला की पीट-पीटकर हत्या की है. फिलहाल महिला की लाश को आरा सदर हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है, उसके शरीर पर चोट के काफी गहरे निशान दिख रहे हैं.


यह मामला भोजपुर जिले के पीरो थाना का है. थाने में पिछले 72 घंटे से बंद पड़ी महिला की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है. अत्यंत पिछड़ा वर्ग से आने वाली मृतक महिला की पहचान शोभा देवी (46) के रूप में की गई है, जो पीरो थाना अंतगर्त मोथी गांव के रहने वाले मुन्नू प्रसाद उर्फ़ मुन्नू कहार की पत्नी बताई जा रही है. पुलिस का कहना है कि तीन दिन से थाने में बंद महिला ने खुदखुशी की है. जबकि मृतक महिला के स्वजनों का कहना है कि महिला की हत्या की गई है. पुलिस वालों ने पूछताछ के नाम पर थाने में बर्बरता की और टार्चर कर महिला को मौत के घाट उतार दिया.


इस घटना को लेकर फर्स्ट बिहार की टीम ने जब पीरो थाना से संपर्क किया तो थानेदार ने कहा कि "तीन दिन पहले महिला को पूछताछ के लिए थाना लाये थे. तीज के दिन 9 सितंबर को सुबह में लाये थे. उसकी आज 12 तारीख को मौत हो गई है. सही-सही टाइम हमको याद नहीं है कि 9 तारीख को महिला को ठीक कितने बजे उठाकर लाये थे. इतना याद है कि 9 तारीख से लेकर आज 12 तारीख तक महिला को थाने में ही लाकर रखे थे. जो महिला मरी है, न तो उसके ऊपर कोई एफआईआर था, न ही कोई आवेदन में उसका नाम था. महिला किसी मामले में अभियुक्त नहीं थी. बस उसे पूछताछ के लिए तीन दिन से थाने में लाकर रखे थे." क्यों और किस मामले में पूछताछ के लिए महिला को थाने लाया गया था? ये सवाल सुनते ही थानेदार ने फोन काट दिया और इस घटना से संबंधित आगे कोई भी जानकारी नहीं दी.


तीज के दिन लाई थी पुलिस


थानेदार से बातचीत के बाद फर्स्ट बिहार की टीम ने भोजपुर जिले के एसपी आईपीएस विनय तिवारी से बात की. पुलिस कप्तान विनय तिवारी ने बताया कि "महिला शोभा देवी ने थाने में फांसी लगाकर आत्महत्या की है. किसी भी महिला (आरक्षी) के घर पर उसे नहीं रखा गया था. थाने में ही महिला ने फांसी लगाकर खुदखुशी की है. कुछ दिन पहले एक मर्डर हुआ था. उसी केस में महिला को पूछताछ के लिए लाया गया था."


महिला को सिर्फ शक के बिनाह पर पुलिस ले आई थी या उसके ऊपर कोई एफआईआर था, क्या किसी ने कोई आवेदन दिया था? यह सवाल सुनकर एसपी ने कहा कि "पीरो डीएसपी अशोक आजाद को जांच का आदेश दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी." सिर्फ पूछताछ के लिए महिला को तीन दिन से थाने में लाकर पुलिस रखी थी? इस प्रश्न के जवाब में पुलिस कप्तान विनय तिवारी ने कहा कि "पीरो के एसडीपीओ को कहा गया है. जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सारी बात स्पष्ट हो पायेगी."


इस घटना में और भी ज्यादा आधिकारिक पक्ष जानने के लिए फर्स्ट बिहार की टीम ने पीरो डीएसपी अशोक आजाद के दोनों नंबरों पर संपर्क किया. लेकिन 10 कॉल का कोई भी जवाब पीरो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक आजाद ने नहीं दिया.


IPS विनय तिवारी, भोजपुर SP


बताया जा रहा है कि  भोजपुर जिले के पीरो थाना के मोरथ गांव में करीब 10-12 दिन पहले ग्रामीण चिकित्सक मंतोष कुमार की लाश मिली थी. इसी मामले में पुलिस मृतक महिला शोभा देवी को पूछताछ के लिए तीन दिन पहले 9 सितंबर को तीज के दिन लेकर आई थी. पीरो के कोतवाल के मुताबिक उसी दिन से महिला को थाने में रखा गया था.


मृतका के भाई संतोष प्रसाद ने बताया कि तीज से कुछ दिन पहले शोभा देवी के घर के पास खंडहर में एक व्यक्ति की लाश मिली थी. इस मामले में पुलिस शोभा देवी को तीज के दिन घर से उठाकर ले गई. शोभा देवी का 17 वर्षीय नाबालिग बेटा प्रकाश कुमार भी बाहर से उस दिन घर आया था. पुलिस उसे भी उठाकर ले गई थी. आज पता चला है कि प्रशासन ने थाने में शोभा देवी को जान से मार दिया. उसी दिन से थाने में महिला के साथ टॉर्चर किया गया. उसमें मेन पीरो थाना के बड़ा बाबू हैं.


मृतक महिला के शरीर पर जख्म के निशान


मृतका के भाई संतोष ने पुलिसवालों पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि "प्रशासन ने ही थाने में हत्या की है. उन्होंने ही जान से मारा है. महिला के पति मुन्ना प्रसाद उर्फ़ मुन्ना कहार बाहर में रहकर मजदूरी करते हैं. महिला अपने सबसे छोटे बेटे प्रकाश के साथ यहां थी. प्रकाश भी शायद उसी दिन बाहर से आया था. मृतक महिला का मायके भोजपुर जिले के ही धोबहां के सलेमपुर गांव में हैं."


संतोष कुमार, मृतका शोभा देवी का भाई


मौत की सूचना मिलते ही मृतक महिला के मायके सलेमपुर गांव से आरा सदर अस्पताल पहुंचे एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि "पीरो थाना की पुलिस तीन-चार दिन पहले घर से उठाकर थाने लाई थी. आज सूचना मिली कि पुलिसवालों ने उसे थाने में ही जान से मारकर उसकी हत्या कर दी. इनके साथ पीरो थाने में बाहत मारपीट की गई. पुलिसवालों ने इन्हें पीटा. बेगुनाह महिला को थाने में मारकर मुआ दिया गया, अब हम का करेंगे. हमलोगों को इंसाफ चाहिए."


सलेमपुर निवासी मृतका के रिश्तेदार