बिहार: कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी गिरफ्तार, करोड़ों के गबन का आरोप

बिहार: कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी गिरफ्तार, करोड़ों के गबन का आरोप

GAYA: इस वक्त की बड़ी खबर गया से आ रही है जहां शेरघाटी नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस को करोड़ों रुपये के गबन के मामले में हिमानी की तलाश थी।


गौरतलब है कि सासाराम में करोड़ों रुपये के गबन के मामले में कुमारी हिमानी अभियुक्त थी। बता दें कि हिमानी शेरघाटी के बीडीओ प्रशांत कुमार प्रसुन्न की पत्नी हैं। सासाराम पुलिस कुमारी हिमानी को अपने साथ ले गई। 


सासाराम नगर परिषद की पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी को सासाराम नगर थाना की पुलिस ने गया जिला के शेरघाटी स्थित बीडीओ के सरकारी आवास से मंगलवार को गिरफ्तार किया है। कुमारी हिमानी पर सासाराम नगर क्षेत्र में मुख्य पार्षद तथा कनीय अभियंता से मिलीभगत कर 55.56 लाख रुपये गबन करने का आरोप है। इसके लिए नगर थाना में उनपर प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। एसपी आशीष भारती ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है।


बताया जाता है कि सासाराम नगर परिषद के वार्ड संख्या 11 में 14 वीं वित्त आयोग की राशि से पांच व नगर निधि से दो योजनाओं में गड़बड़ी पाई गई थी। जिसके लिए एक मार्च को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके पूर्व भी उनपर राशि गबन की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए सरगर्मी से लगी हुई थी।


एसपी आशीष भारती ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि सासाराम नगर परिषद की पूर्व ईओ व शेरघाटी की कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी बीडीओ के आवास में है। जिसके बाद एक टीम का गठन कर शेरघाटी भेजा गया। गया पुलिस के मदद से कुमारी हिमानी को गिरफ्तार कर लिया गया।


बताया जाता है कि कुमार हिमानी पर आधा दर्जन से अधिक योजनाओं में लगभग 55 लाख रुपये रुपये का गबन का आरोप है। नगर परिषद क्षेत्र में कुमारी हिमानी ने कार्यपालक पदाधिकारी के पद पर रहते हुए नगर परिषद के अभियंता व मुख्य पार्षद की मिलीभगत से सड़क-गली निर्माण कार्य कराए बिना ही संचिका पर कार्य दिखा राशि की निकासी कर ली थी। 


जिस जगह पर कार्य होना दिखाया गया है वहां पहले ही दूसरी योजना के तहत कार्य किया जा चुका था। जो सरकारी राशि के दुरुपयोग का मामला है। मुख्य पार्षद कंचन देवी की गिरफ्तारी 18 जून को ही बेदा के मकान से पुलिस ने की थी। जो अभी तक जेल में हैं तथा निचली अदालत से उनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है।


नगर परिषद के नामजद अभियंताओं की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। गौरतलब है कि नगर परिषद क्षेत्र में ली गई योजनाओं की पर्यवेक्षण व वित्तीय शक्ति कार्यपालक पदाधिकारी पर ही होता है। प्राथमिकी में नामजद होने के बाद भी उन्हें शेरघाटी में पदस्थापित किया गया था। आज बीडीओ के सरकारी आवास से कुमारी हिमानी की गिरफ्तारी हुई।