PATNA : पटना के होटल मौर्या में आयोजित राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने जातीय जनगणना को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी का चोला पहनकर आप समाजवादी नहीं हो जाएंगे। तेजस्वी ने कहा कि विधानसभा से दो बार प्रस्ताव पारित होने के बाद ऑल पार्टी मीटिंग की क्या जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब प्रस्ताव पारित हो रहा था तो उस समय बीजेपी के लोग भी सदन में मौजूद थे।
तेजस्वी यादव ने जदयू की स्वेच्छिक सहयोग राशि संग्रहण अभियान को लेकर नीतीश कुमार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जेडीयू ने 15 दिन में ही सौ करोड़ रुपया जमा कर लिए। बिहार के सभी अधिकारियों को पैसा देने को कहा गया है। तीसरे नंबर की पार्टी को जनता इतना पैसा कहां से देगी। बीडीओ से लेकर सभी अधिकारियों का पैसा बांध दिया गया है। वहीं उन्होंने कहा कि विशेष राज्य के दर्जे के नाम पर सिर्फ तमाशा हो रहा है। केन्द्र और राज्य में उनकी ही सरकार है फिर क्यों नहीं मिल रहा है विशेष राज्य का दर्जा।
बैठक को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि कांग्रेस के बिना देश में विपक्ष संभव नहीं है, लेकिन राज्यों में क्षेत्रीय दलों को ड्राइविंग सीट पर रखना होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में राजद सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन उसे कमजोर किया जा रहा है, ऐसा नहीं चलनेवाला है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हमने 70 सीटें दी। राष्ट्रीय मुद्दों पर हम केंद्र में साथ हैं लेकिन कांग्रेस को बिहार में भी साथ देना चाहिए। राजद ने हमेशा त्याग किया है, कांग्रेस को भी बीजेपी को रोकने के लिए राजद का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रीय दलों ने कभी न कभी एनडीए के साथ समझौता किया है लेकिन राजद ने कभी भी एनडीए के साथ समझौता नहीं किया।
संबोधन के दौरान तेजस्वी यादव ने विधायकों और नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि लोग केंद्र की सरकार से निराश हो गए हैं। सबलोग साथ देने को तैयार हैं, हम लोगों को बस बटोरना है। उन्होंने नेताओं को हिदायत दी कि पार्टी ऑफिस सिर्फ शिकायत केंद्र बनकर ना रह जाए। पार्टी ऑफिस में काम होने लगा तो कुछ लोगों को तकलीफ हो गई।
तेजस्वी ने कहा कि किसे टिकट मिला किसे नहीं, इसे भूलना होगा। सभी को एक साथ मिलकर लड़ना होगा। जिन्हें टिकट नहीं मिला उन्हें आगे जरूर मिलेगा। सभी को आने वाले चुनाव को अपना चुनाव समझकर लड़ना होगा। उन्होंने पार्टी नेताओं से अभी से ही लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया।
संबोधन के दौरान तेजस्वी ने बेरोजगारी को लेकर एक बार फिर राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। सरकार की विफलता के कारण बिहार आज बेरोजगारी का बड़ा केंद्र बन गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया कि नीतीश जी बताएं कि 19 लाख रोजगार कब दे रहे हैं।