BIHAR: अश्विनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, घटना के दो महीने बाद पुलिस ने दबोचा बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी
1st Bihar Published by: Updated Fri, 18 Feb 2022 06:28:53 PM IST
- फ़ोटो
GAYA : काले धन के खिलाफ ED ने कार्रवाई करते हुए गया के एक व्यापारी की संपत्ति जब्त की है। नोटबंदी की घोषणा से पहले और बाद में बैंक खातों में बड़ी रकम जमा करनेवालों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई की है। इसके तहत बिहार के व्यवसायी और उनकी पत्नी की 8 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई है।
गया स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के बैंक खातों में थर्ड पार्टी खातों का इस्तेमाल कर बड़ी रकम जमा करने की शिकायत मिली थी। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच इसी मामले से जुड़ी थी। जब्त की गई संपत्ति गया स्थित फर्म सर्वोदय ट्रेडर्स के मालिक धीरज जैन और उनकी पत्नी रिंकी जैन और अन्य फर्मों के नाम पर है।
ED का यह मामला उस FIR पर आधारित है जो बिहार पुलिस ने नोटबंदी के दौरान दर्ज कराई थी। जांच के दौरान कथित रूप से पाया गया कि गया के व्यवसायी मोतीलाल ने BOI के अधिकारियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता शशि कुमार, राजेश कुमार और उनके फर्म और रिश्तेदारों के नाम पर बैंक खातों का दुरूपयोग किया था।
ED ने कहा है कि इन बैंक खातों में अवैध रूप 44.80 करोड़ रुपए जमा किए गए थे। इस रकम को खाताधारकों की जानकारी के बिना विभिन्न खातों में ट्रांसफिर किया गया था। मोतीलाल ने व्यापारी धीरज जैन, पवन कुमार जैन और दिल्ली के एक दलाल बिमल जैन के कहने पर जाली दस्तावेजों के आधार पर अवैध रूप से पैसों को ट्रांसफर किया था।
भारत सरकार ने काले धन को खत्म करने के लिए 500 और 1000 के पुराने नोटों को बंद कर 500 और 2000 के नए नोट जारी किए थे। इसी दौरान काले धन वाले कई लोगों ने अपने पुराने नोटों को बैंकों में जमा करने के लिए अवैध चैनलों का इस्तेमाल किया था।