बिहार के मोस्ट वांटेड अपराधी महाराज को यूपी पुलिस ने धर दबोचा, 50 हजार के इनामी अपराधी ने बना रखी थी आजाद हिंद फौज

बिहार के मोस्ट वांटेड अपराधी महाराज को यूपी पुलिस ने धर दबोचा, 50 हजार के इनामी अपराधी ने बना रखी थी आजाद हिंद फौज

DESK : बिहार के मोस्ट वांटेड अपराधियों में से एक नितेश सिंह उर्फ महाराज को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सोमवार को नितेश सिंह उर्फ महाराज पकडा गया. बिहार में आजाद हिंद फौज बनाकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले नितेश सिंह पर 50 हजार का इनाम घोषित था. उस पर हत्या, अपहरण, लूट जैसी दो दर्जन घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है. नितेश सिंह पिछले चार सालों के फरार था. 

उत्तर प्रदेश पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नितेश सिंह उर्फ महाराज के बारे में पुलिस की एटीएस को जानकारी मिली थी. इसके बाद लखनऊ के विभूतिखंड स्थित अवैध बस स्टैंड के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया गया. यूपी पुलिसके मुताबिक नितेश सिंह के खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर, शिवहर, मोतिहारी, सीतामढ़ी समेत कई जिलों में हत्या, लूट, अपहरण, रंगदारी, डकैती जैसे डेढ दर्जन संगीन मामले दर्ज हैं. नितेश सिंह पर उत्तर प्रदेश में भी कई मामले दर्ज होने की जानकारी मिल रही है. यूपी पुलिस उससे पूछताछ करने में लगी है. 


बिहार के शिवहर के नितेश ने बनाया था आजाद हिंद फौज

यूपी पुलिस के एसटीएफ के एसएसपी विक्रम सिंह ने मीडिया को बताया कि नितेश सिंह ने आजाद हिंद फौज नाम का आपराधिक गिरोह बना रखा था. वह बिहार के शिवहर जिले के तरियानी छपरा गांव का रहने वाला है. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि नक्सलियों ने उसके साले, चाचा औऱ चचेरे भाई की हत्या कर दी थी. इसके बाद उसने आजाद हिंद फौज नाम से गिरोह बनाया और उसमें कई युवाओं को जोड़ा. उन युवकों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गयी और फिर नितेश सिंह ने अपना पूरा गिरोह खड़ा कर लिया.


सामूहिक हत्याकांड का है आरोपी

यूपी पुलिस की पूछताछ में नितेश सिंह उर्फ महाराज ने बताया कि उसने नक्सली नेता कैलाश राम, रामचंद्र सहनी, शिवजी राम, सुनील गुप्ता और दूसरे लोगों की हत्या की है. बिहार के मोतिहारी के पकड़ी दयाल में हुए सामूहिक हत्याकांड को भी उसने ही अंजाम दिया था. बिहार के कई जिलों में उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं. 2019 में उसने राजेश राय की हत्या कर दी थी और उसके बाद से वह फरार था. लेकिन आखिरकार वह यूपी पुलिस की जाल में फंस गया.