GAYA:बिहार के कई जिलों से लगातार क्वारेंटीन सेंटर से हंगामे की खबरे आ रही हैं। क्वारेंटीन सेंटर की बदहाली को लेकर इसमें रहने वाले प्रवासी मजदूर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।वहीं गया जिले का टिकारी मॉडल क्वारेंटीन सेंटर बन कर सामने आया है जहां प्रवासी मजदूरों को योगा,संगीत,पेंटिंग ,जैविक खेती आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गया के साथ- साथ पूरे बिहार में इसकी चर्चा है। टेकारी बीडीओ वेद प्रकाश की अनोखी पहल की सभी तारीफ कर रहे हैं।
गया जिले के टिकारी प्रखंड के एस एन सिन्हा कॉलेज के क्वारेटिन सेंटर जिले का मॉडल क्वारेटिन सेंटर बना है। यहां पर मजदूरों की हर उस दिक्कत का समाधान किया गया है जिसकी वजह से कई सेंटरों पर हंगामा तक हो जाता है। वहीं यहां रहने वाले सभी प्रवासी मजदूरों को जैविक खेती, पेंटिंग, योग के बारे में भी बताया जाता है। इस क्वारेंटीन सेंटर की चर्चा गया के साथ साथ पूरे बिहार में हो रही है। यहां पर रहने वाले प्रवासी मजदूरों को घर जैसा माहौल मिल रहा है।
प्रवासियों को घर जैसा माहौल देने में टिकारी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी वेद प्रकाश कोई कसर छोड़ना नही चाहते हैं। उन्होनें बताया की चुनाव के समय जब मॉडल मतदान केंद्र बनाया जा सकता है तो कोरोना जैसे महामारी को रोकने के लिए मॉडल क्वारेंटीन सेंटर को क्यों नही।उन्होनें बताया कि इस सेंटर पर सुबह में योग,गीत संगीत,पेंटिंग जैसे कई कार्यो को सिखाया जा रहा है। वहीं मजदूरों का स्किल मैपिंग का डाटा लिया जा रहा है।और उन मजदूरों को उनके योग्यता के अनुसार मनरेगा,पीएचईडी सहित कई विभागों के द्वारा कराये जा रहे कार्यो में लगाए जाने की योजना है।ताकि उन्हें रोजगार भी मिल सके।