PATNA: बिहार में लंबे समय से बिजली बिल में गड़बड़ी की शिकायतें मिलती रही हैं। पिछले दिनों सीएम नीतीश के जनता दरबार में भी बिजली बिल से जुड़े कई मामले सामने आए थे। इस दौरान अपनी फरियाद लेकर पहुंचा एक बुजुर्ग व्यक्ति सीएम के सामने फूट-फूटकर रोने लगे थे।लगातार मिल रही शिकायतों के बाद सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बिहार के आधे गांवों में इसी महीने कैंप लगाकर बिजली बिल में सुधार किए जाएंगे। बाकी बचे 50 फीसद गांवों में मार्च के महीने में कैंप लगाकर लोगों की समस्या दूर की जाएगी।
पेसू को छोड़कर सभी विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के विद्युत कार्यपालक अभियंता, सहायक विद्युत अभियंता (राजस्व) एवं राजस्व पदाधिकारी को कैंप लगाने के निर्देश दिए गए हैं। लगने वाले कैंपों में कोशिश होगी की अधिक से अधिक लोगों के बिजली बिल में सुधार किया जा सके। जिन बिजली बिलों का कैंप में सुधार होना संभव नहीं हो सकेगा, उनको सात दिन के भीतर सुधार करने का निर्देश दिया गया है। कनीय अभियंता, अवर प्रमंडल अपनी शाखा के तहत आने वाले गांवों में कैंप लगाएंगे। कैंप में बिजली बिल की वसूली भी होगी और बकाया बिलों का भुगतान भी प्राप्त किया जाएगा।
विभाग के सहायक विद्युत अभियंता और कनीय विद्युत अभियंता को निर्देश दिया गया है कि वे प्रत्येक गांव में अधिक से अधिक बिजली बिल वाले उपभोक्ताओं से राजस्व की वसूली सुनिश्चित करेंगे। बिजली कंपनी ने निर्देश दिया है कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बता दें कि राज्य में 1.88 करोड़ बिजली उपभोक्ता हैं। बिजली बिलों में गड़बड़ी की शिकायतें जनता के दरबार में मुख्यमंत्री समाधान यात्रा के दौरान भी सामने आ रही हैं। सीएम के निर्देश पर बिजली विभाग ने कैंप लगाकर लोगों की समस्या का समाधान करने फैसला लिया है।