GAYA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार जीरो टॉलरेंस नीति पर विशेष ध्यान देते रहते हैं। सीएम लगातार भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने की चेतावनी भी देते रहते हैं। इसी कड़ी अब एक मामला गया से आ रहा है, जहां गया के डीएम डॉ त्यागराजन ने अपना जनता दरबार लगाया था और लोगों की फ़रियाद सुन रहे थे। डीएम के जनता दरबार में फरियादियों विभिन्न विभागों की शिकायत की, इसी दौरान फरियादी ने कहा कि सर अधिकारी हमारा काम नहीं करते हैं,काम के बदले पैसे मांगे जाते हैं. यह सुनते ही डीएम त्यागराजन का गुस्सा सातवें आसमान पर चला गया और डीएम शिकायतकर्ता को लेकर विभाग पहुंच गए।
वहीं, डीएम के पहुंचते ही विभाग में हड़कंप मच गया, इस दौरान डीएम कई अधिकारियों को फटकार भी लगाई गयी। इस दौरान एक शिकायतकर्ता ने जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन के सामने कहा कि उसकी शिकायत को लेकर अधिकारी कहते हैं कि काम नहीं होगा। वह पिछले 3 महीनों से विभाग के चक्कर लगा रहा है लेकिन अधिकारी नहीं सुनते हैं और कहते हैं कि बिना पैसे के काम नहीं होता है। जिसके बाद डीएम गुस्सा हो गए और उन्होंने उसी समय अधिकारियों को फटकार भी लगाई। इसके साथ ही लंबित पड़े कार्यों को जल्द निष्पादन करने को कहा। डीएम ने कई कार्यालयों में पंजीयन रजिस्टर को भी चेक किया।
डीएम के इस औचक निरीक्षण के दौरान कई व्यक्तियों ने जिला पदाधिकारी से दफ्तरों में ससमय काम नहीं करने की भी शिकायत की। जिसे डीएम ने काफी गंभीरता से लिया। इस तरह की शिकायत वाले अधिकारियों को वार्निंग भी दी। संबंधित पदाधिकारियों को कार्यों को जल्द निपटारा करने का निर्देश दिया गया।