SITAMADHI : बिहार में एक बार फिर बाढ़ की तबाही देखने को मिल रही है। कोसी-कमला से लेकर बागमती विकराल हो चुकी है और बाढ़ से हाहाकार मच गया है। नेपाल में लगातार हो रही बारिश से बिहार वालों की मुसीबत बढ़ गई है। कोसी कोहराम मचा रही है तो गंगा-गंडक और कमला कहर बरपा रही हैं। इससे बिहार के कई जिले बाढ़ में डूब चुके हैं। अब लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन कोई माकूल मदद नहीं मिल रही बल्कि खानापूर्ति की जा रही है। यह बातें सीतामढ़ी में बाढ़ में डूबे लोगों का कहना है।
दरअसल, कोशी गंडक और गंगा नदी विकराल हो चुकी हैं और हजारों लाखों घरों को अपने समाहित करती जा रही हैं। सीतामढ़ी समेत कई जिलों में बाढ़ अब अपना रौद्र रूप दिखा रही है। नेपाल से कोसी नदी में रिकॉर्ड पानी छोड़ा गया। इसके बाद इन नदियों के आसपास के इलाकों में बाढ़ का रूप ले चुका है और कई जिले कोसी का अभिशाप झेल रहे हैं। ऐसे में जब बाढ़ पीड़ितों से मिलने जदयू के विधायक पहुंचें तो उन्हें भारी नाराजगी का सामना करना पड़ा। भीड़ ने यह तक कह दिया कि हमें आपकी जरूरत नहीं, आप यहां क्यों आए हैं? आप वहां जाइए जहां आप रहते हैं !
बताया जा रहा है कि, सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर में बाढ़ की तबाही से परेशान लोगों ने जदयू के विधायक पंकज मिश्रा का भारी विरोध किया। विधायक के पहुंचने के बाद लोगों ने आरोप लगाया कि हमलोग पिछले कई दिनों से डूब रहे हैं और यह अब आए हैं। पिछले चार दिनों से हम परेशान है। लेकिन, उस समय कॉल करने पर कोई मदद नहीं कर रहे हैं।
इधर, आक्रोशित लोगों ने विधायक पर आरोप लगाया कि इन्हें जब फोन किया जाता है तो इनके तरफ से कोई उचित जवाब नहीं दिया जाता है। जबकि इसके इतर अपने गाँव के पास यानी तिलक ताजपुर में सभी व्यवस्थाएं करवा रहे हैं। इसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और फिर लोगों ने पंकज मिश्रा मुर्दाबाद के नारे लगाए।
उधर, जदयू विधायक पंकज मिश्रा लोगों के बीच सफाई देते दिखे कहा कि जब से बाढ़ आई है तब से लगातार वह क्षेत्र में घूम रहे हैं। लोगों से मिल रहे हैं। लेकिन लोगों ने कहा कि आपके द्वारा कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। जबकि बाढ़ के कहर से पूरा रुन्नीसैदपुर प्रखंड त्राहिमाम कर रहा है। इसके बाद विधायक ने इन्हें भी मदद का भरोसा दिया।