PATNA : बिहार में जब से नई सरकार का गठन हुआ है और स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी राजद नेता तेजस्वी यादव के ऊपर आई है। तब से वह राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी और सुधार को लेकर लगातार कार्य कर रहे हैं। तेजस्वी यादव और स्वास्थ विभाग लगातार साथ कर्मियों की निगरानी और अस्पताल की बेहतर स्वास्थ सुविधाओं को लेकर चिंतित दिख रहे हैं। इसी कड़ी में अब मंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने एक बड़ा फैसला लिया है।
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के 12 जिलों के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी रेगुलर ड्यूटी पर है या नहीं इसकी निगरानी जीपीएस से की जाएगी। डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों के मोबाइल में लगा जीपीएस उनके लोकेशन की जानकारी देगी। स्वास्थ्य विभाग जीपीएस के जरिए यह जानकारी इकट्ठा करेगा कि सुबह से लेकर रात तक जिन डॉक्टरों की ड्यूटी एक निर्धारित वार्ड में लगा है वह कितने बजे अस्पताल आते हैं और कितने बजे जाते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को यह निर्देश दिया है कि, वह कितने बजे हस्पताल आते हैं और कितने बजे आते इसकी जानकारी उनको सुबह आते टाइम सेल्फी खींच कर और वापस जाते चाइनीस अल्वी खींचकर देनी होगी।
इसको लेकर स्वास्थ विभाग एक ऐप तैयार किया है इस ऐप में उन्हें अपनी सेल्फी अपलोड करना होगा। इतना ही नहीं सेल्फी लेकर ऐप पर फोटो डालते समय उन्हें टाइम भी दर्ज करना होगा। इसके साथ ही साथ उन्हें अपने मोबाइल का जीपीएस ऑन रखना होगा ताकि स्वास्थ विभाग को यह मालूम लगे कि वह कितने बजे से कितने बजे तक अस्पताल परिसर में रहे हैं।
स्वास्थ विभाग ने जिन जिलों के नर्स और डॉक्टरों को यह आदेश दिया है। उसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पटना, समस्तीपुर, सारण, शिवहर, सीतामढ़ी, सिवान, वैशाली का नाम शामिल है। हालांकि, इन जिलों में सभी डॉक्टरों को यह आदेश नहीं दिया गया है। बल्कि, केवल उन डॉक्टरों को यह आदेश दिया गया है जो एइएस वार्ड में ड्यूटी कर रहे हैं।
आपको बताते चलें कि स्वास्थ विभाग को लगातार या जानकारी मिल रही थी कि नर्स और डॉक्टर समय पर ड्यूटी से नहीं आते हैं या फिर कभी - कभी तो आते ही नहीं हैं। जिसके बाद अब स्वास्थ विभाग ने यह नया तरकीब निकाला है जिसके जरिए अब जीपीएस से उनकी टाइम टेबल को लॉकेट किया जाएगा।