MUZAFFARPUR: छपरा और सीवान में जहरीली शराब से मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि मुजफ्फरपुर में दो लोगों की संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया है। श्याम सहनी की मौत के बाद अब मुकेश सहनी की भी इलाज के दौरान मौत हो गई है। मृतक के परिजन खुलकर कह रहे हैं कि शराब पीने से ही दोनों की मौत हुई है। पहले दोनों की आंखों की रोशनी गई फिर मौत हुई है।
दरअसल, हथौडी थाना क्षेत्र के डीह जीवर गांव में संदिग्ध स्थिति में अब दूसरी मौत हो गयी। परिवार वाले साफ तौर पर कर रहे हैं कि शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हुई जबकि मुजफ्फरपुर पुलिस इस बात को खारिज कर रही है। पुलिस का कहना है कि अब तक इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है लेकिन एक के बाद एक दूसरी मौत ने प्रशासन को अब अंदर से बेचैन कर दिया है।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि श्याम के परिजनों पोस्टमार्टम नहीं कराया लेकिन सवाल उठ रहा है कि जब शराब से मौत की चर्चा चल रही थी तो जिला प्रशासन ने सख्ती के साथ पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया। पूरे गांव में प्रशासन के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। खासकर स्थानीय थाना पुलिस को लेकर कई लोग अब भी विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं लेकिन फिर भी प्रशासन जहरीली शराब से मौत पर पर्दा डालने में लगी है।
आरजेडी ने आरोप लगाया था कि प्रशासन ने करीब आधा दर्जन लोगों को जो बीमार हैं, उसे गायब करवा दिया है। सबसे बड़ी बात है कि जिले का एक भी अधिकारी इस बात से गंभीर नहीं जो संदिग्ध शराब से दूसरी मौत हो जाने के बाद दिख रही है। स्थानीय लोगों की माने तो अभी आधा दर्जन लोग विभिन्न जगहों पर इलाज कर रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि संदिग्ध मौत के बाद क्या जिला प्रशासन मुकेश सहनी का पोस्टमार्टम कराएगी?