बिहार कांग्रेस में बदलाव को लेकर दिल्ली में मंथन जारी, क्या इस बार बचेगी मदन मोहन झा की कुर्सी?

बिहार कांग्रेस में बदलाव को लेकर दिल्ली में मंथन जारी, क्या इस बार बचेगी मदन मोहन झा की कुर्सी?

PATNA : बिहार प्रदेश कांग्रेस में परिवर्तन की चर्चा इन दिनों बड़ी जोर शोर से हो रही है। कांग्रेस के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कार्यकाल खत्म हो चुका है जिसके बाद अब नए अध्यक्ष की ताजपोशी को लेकर दिल्ली में लगातार मंथन चल रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए फैसला जल्द होने की उम्मीद है और यही वजह है कि दिल्ली में बिहार कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं ने डेरा जमा रखा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के लिए दिल्ली में जो रस्साकशी हो रही है उसके बीच कई नामों की चर्चा भी तेज है।


बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरणदास पहले ही कह चुके हैं कि नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर दलित वर्ग के नेता को प्रमुखता देने की अनुशंसा उन्होंने की है। शनिवार को दिन भर इस बात की चर्चा रही कि नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। कांग्रेस आलाकमान ने अब तक के बिहार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। बिहार के प्रभारी भक्त चरण दास भी शनिवार को ही दिल्ली से मणिपुर के लिए रवाना हो गए ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या मदन मोहन झा एक बार फिर अपनी कुर्सी बचा पाने में कामयाब रहेंगे? मदन मोहन झा ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के बाद अलग कमान के सामने अपनी बात रखी थी। उस वक्त भी यह चर्चा तेज हुई थी कि मदन मोहन झा को हटाया जा सकता है और उनकी जगह किसी नए चेहरे को जिम्मेदारी दी जा सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब जब मदन मोहन झा का कार्यकाल खत्म हो चुका है तो नए नामों की चर्चा खूब जोर-शोर से हो रही है।


बिहार कांग्रेस के अंदर जिन नामों की चर्चा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हो रही है, उसमें पार्टी के विधायक के राजेश राम और शकील अहमद खान के अलावे पुराने नेता तारिक अनवर और कार्यकारी अध्यक्ष समीर कुमार सिंह का नाम शामिल है। हालांकि यह बात सबको मालूम है कि कांग्रेस आलाकमान का फैसला अंतिम होगा। आलाकमान तय करेगा कि बिहार का नेतृत्व किसको दिया जाए। इसलिए तमाम प्रयासों के बावजूद इंतजार कांग्रेस आलाकमान के फैसले का है।