Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव के रोड शो की शोर में दब गई मरीज की चीख, 45 मिनट तक एंबुलेंस में तड़पती रही महिला Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव के रोड शो की शोर में दब गई मरीज की चीख, 45 मिनट तक एंबुलेंस में तड़पती रही महिला US Visa Rules 2025: अमेरिका ने वीज़ा नियमों में किया सख्त बदलाव, अगर ये बीमारियां हैं तो US में नहीं मिलेगी एंट्री US Visa Rules 2025: अमेरिका ने वीज़ा नियमों में किया सख्त बदलाव, अगर ये बीमारियां हैं तो US में नहीं मिलेगी एंट्री Government Office New Time Table: क्यों बदल गई सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग? जानिए.. अब कितने बजे खुलेंगे गवर्मेंट ऑफिस Government Office New Time Table: क्यों बदल गई सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग? जानिए.. अब कितने बजे खुलेंगे गवर्मेंट ऑफिस Bihar Election 2025: ‘बिहार में पहले चरण की वोटिंग के दौरान नहीं हुई कोई गड़बड़ी’, चुनाव आयोग का दावा Bihar Election 2025: ‘बिहार में पहले चरण की वोटिंग के दौरान नहीं हुई कोई गड़बड़ी’, चुनाव आयोग का दावा Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बसपा का बड़ा एक्शन, पार्टी उम्मीदवार को 6 साल के लिए निकाला Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बसपा का बड़ा एक्शन, पार्टी उम्मीदवार को 6 साल के लिए निकाला
1st Bihar Published by: Updated Mon, 28 Feb 2022 07:14:22 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई ने रिश्वतखोरी के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। हाजीपुर सेंट्रल जीएसटी के सुपरिटेंडेंट और इंस्पेक्टर के खिलाफ एक्शन लेते हुए इन दोनों को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। हाजीपुर सेंट्रल जीएसटी के सुपरिटेंडेंट अभय कुमार दत्ता और इंस्पेक्टर सौरव कुमार के ऊपर रिश्वत लेने का आरोप लगा था जिसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया और उन दोनों की गिरफ्तारी हो गई है।
सेंट्रल जीएसटी के इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ हाजीपुर के रहने वाले राजेश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी। राजेश कुमार ने सीबीआई से जो शिकायत दर्ज की थी उसमें आरोप लगाया है कि उनके ईंट भट्टे का काम शुरू करने के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन कामकाज शुरू नहीं हो पाया। लिहाजा उन्होंने जीएसटी रिटर्न फाइल नहीं किया। इसके बाद उन्हें जीएसटी कैंसिलेशन के नाम पर नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने हाजीपुर जीएसटी कार्यालय जाकर सुपरिटेंडेंट और इंस्पेक्टर से मुलाकात की तो रिश्वत की मांग की जाने लगी।
शिकायतकर्ता राजेश कुमार के मुताबिक हाजीपुर जीएसटी कार्यालय पहुंचने पर सुपरिटेंडेंट और इंस्पेक्टर ने उनसे जीएसटी रिटर्न फाइल कर मुलाकात करने के लिए कहा। रिटर्न फाइल करने के बाद जब वह अधिकारियों से मिले तो उनसे जीएसटी रजिस्ट्रेशन नंबर चालू रखने की एवज में 10 हजार की घूस मांगी गई। जिसके बाद राजेश कुमार ने सीबीआई में कम्प्लेन कर दी। अब सीबीआई ने इस मामले में एक्शन लेते हुए दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है, इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।