PATNA: बिहार की चार विधानसभा सीटों के ले हुए उपचुनाव के नतीजे आज आएंगे। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई है। बिहार की चार सीटों तरारी, बेलागंज, इमामगंज और रामगढ़ में बीते 13 नवंबर को वोटिंग हुई थी। चारों सीटों पर कुल 52.83 फीसद मतदान हुआ था। चारों सीटों पर महागठबंधन और एनडीए के बीच कांटे की टक्कर है। इस उपचुनाव को आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है।
दरअसल, 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चार सीटों पर उपचुनाव सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है। दोनों ही गठबंधन के लिए यह उपचुनाव नाक की लड़ाई बन गई है। खासकर तेजस्वी यादव के लिए यह उपचुनाव बड़ी अग्निपरीक्षा साबित होने वाली है क्योंकि उन्होंने उपचुनाव में खूब पसीना बहाया है। इसके साथ ही साथ उनके पिता लालू प्रसाद को भी उपचुनाव में प्रचार करने के लिए बेलागंज जाना पड़ा था। बेलागंज सीट पर पिछले 35 सालों से आरजेडी का कब्जा रहा है। सुरेंद्र यादव के सांसद निर्वाचित होने के बाद यह सीट खाली हुई है, जिसपर उनके बेटे विश्वनाथ यादव को उम्मीदवार बनाया गया है।
बेलागंज सीट पर आरजेडी के साथ साथ जेडीयू की भी साख दांव पर लगी हुई है। इस सीट से जेडीयू ने बाहुबली बिंदी यादव की पत्नी मनोरमा देवी को उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा है। मनोरमा देवी के पति बिंदी यादव बड़े बाहुबली मानें जाते है जबकि खुद मनोरमा देवी दो बार एमएलसी रह चुकी हैं। गया कि 10 विधानसभा सीटों में पांच पर आरजेडी और पांच पर बीजेपी का कब्जा है। इस उपचुनाव में पहली बार जेडीयू को एक सीट मिली है। अगर इस सीट से जेडीयू उम्मीदवार की जीत होती है तो गया की राजनीति में जेडीयू की एंट्री हो जाएगी। ऐसे में इस सीट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिष्ठा दांव पर है।
वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के लिए भी यह उपचुनाव काफी अहम है। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद यह उनका पहला उपचुनाव है, ऐसे में उनकी भी परीक्षा इस चुनाव में होनी है। पिछले विधानसभा चुनाव में गया की बाराचट्टी, इमामगंज और टेकारी में हम के उम्मीदवार की जीत हुई थी जबकि गया नगर और वजीरगंज सीट बीजेपी के खाते में आई थी। ऐसे में दिलीप जायसवाल के लिए भी यह किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। सत्ता के इस सेमीफाइन में चार विधानसभा की जनता किसे अपना आशीर्वाद देती है, देखना दिलचस्प होगा।