बिहार: बालू-गिट्टी के अवैध कारोबारियों पर होगी सख्त कार्रवाई, अब उनकी संपत्तियों को किया जाएगा जब्त

बिहार: बालू-गिट्टी के अवैध कारोबारियों पर होगी सख्त कार्रवाई, अब उनकी संपत्तियों को किया जाएगा जब्त

PATNA: बालू-गिट्टी के अवैध कारोबारियों पर अब सख्ती बरती जाएगी। राज्य सरकार अब इनकी संपत्ति जब्त करने की तैयारी में है। पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार की माने तो बालू-गिट्टी के अवैध खनन से बड़े पैमाने पर राजस्व की हानि हो रही है। जिसे रोकने के लिए इन कारोबारियों पर नकेल कसने की तैयारी की जा रही है। 


बालू और गिट्टी के ढुलाई में पकड़ी गयी मशीनों या वाहनों को छुड़ाने के लिए जुर्माने की राशि वाहन के मूल्य के अनुसार तय किया जाएगा। एक महीने तक यदि जुर्माने की राशि नहीं दी गयी तब वाहनों और मशीनों की नीलामी कर दी जाएगी। पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने बताया कि 1 अप्रैल से 31 मई तक कुल 295 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वही इस दौरान 4351 वाहनों को जब्त किया गया है। साथ ही 403 प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है। अवैध बालू-गिट्टी के धंधे पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए अब लोगों की संपत्ति जब्त करने का फैसला लिया गया है।


गौरतलब है कि खान एवं भूतत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर ने डीजीपी एसके सिंघल को इस संबंध में पत्र लिखा था। जिसमें कहा था कि बालू खनन बंद होने के बाद भी पुलिस की मिलीभगत से अवैध रूप से बालू का खनन जारी है। हरजोत कौर के मुताबिक पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद और रोहतास जिले में अवैध रूप से बालू का खनन किया जा रहा है।


खान एवं भूतत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर के पत्र का जवाब देते हुए पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। लेकिन उन्होंने पुलिस की मिलीभगत के आरोप को सही नहीं माना। उन्होंने दावा किया था कि खान एवं भूतत्व विभाग के अधिकारियों को पुलिस पूरा सहयोग कर रही है। यदि अवैध बालू के खनन में कोई भी पुलिसकर्मी संलिप्त पाए जाएंगे तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अवैध बालू-गिट्टी के धंधे पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए अब अवैध कारोबारियों की संपत्ति जब्त की जाएगी।