PATNA : आज से सभी प्रखंडों में दुकानों में यूरिया उपलब्ध हो जायेगी. शनिवार को 50 हजार बोरा यूरिया खाद पटना आ गयी है. राज्य में वर्षा होने से यूरिया की मांग बढ़ गई है. लेकिन आपूर्ति भी उससे ज्यादा तेजी से बढ़ी है. अब तक नौ लाख टन यूरिया की जरूरत है. केंद्र सरकार ने 85 प्रतिशत आवंटन भेज दिया है.
जिला कृषि पदाधिकारी राकेश रंजन ने कहा है कि अब जिले में यूरिया की कहीं कोई कमी नहीं है. एक बोरा यूरिया की कीमत 266 रुपये हैं, ऐसे में अगर कोई दुकानदार इस कीमत से अधिक की वसूली करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने ने बताया कि यूरिया की कीमत अगर कोई दुकानदार अधिक वसूलता है तो उसकी शिकायत करें शिकायत सही पाये जाने पर खाद दुकानदार पर एफआइआर के साथ उसका लाइसेंस रद्द किया जायेगा. साथ ही उस प्रखंड के संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी व कृषि समन्वयक के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी.
बता दें कि राज्य में खाद की कालाबाजारी को लेकर विभाग ने सख्ती बढ़ाई तो तीन सौ कारोबारी चपेट में आ गये हैं. कृषि विभाग ने जांच के बाद इनमें 265 खाद कारोबारियों का लाइसेंस रद्द कर दिया. इसी के साथ 131 कारोबारियों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करा दी गई. एक दर्जन से अधिक प्रखंड कृषि अधिकारियों से कृषि निदेशक सावन कुमार ने जवाब-तलब किया है. जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
वहीं, राज्य सरकार द्वारा केंद्र पर दबाव बनाने का लाभ यह हुआ कि राज्य में यूरिया की बड़ी खेप रोज पहुंच रही है. पिछले तीन दिनों में 35 हजार टन यूरिया बिहार के विभिन्न स्थानों पर आई है. अबतक के आवंटन का 85 प्रतिशत खाद बिहार पहुंच गई है. फिर भी शिकायत है कि कमी दिखाकार कारोबारी अधिक दाम पर खाद बेच रहे हैं.
अधिक दाम पर खाद बेचने की शिकायत जिला मुख्यालय से दूर के प्रखंडों में ज्यादा है। लेकिन रोहतास और अररिया दो ऐसे जिले हैं, जहां के जिला मुख्यालयों में भी अधिक कीमत पर खाद बिकने की शिकायत है. कृषि निदेशक सावन कुमार ने वैशाली के महुआ, गया के शेरघाटी और चंदौती, रोहतास के दिनारा और सासाराम, पूर्वी चम्पारण के मेहसी, सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर और सलखुआ, अररिया के अररिया और फारबिसगंज, सुपौल के मरौना, पूर्णिया के कसबा और सीतामढ़ी के डुमरी लगमा प्रखंडों के कृषि अधिकारी से जवाब-तलब किया है.