ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

बिहार: 50 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, BJP नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह की हत्या का है आरोपी

1st Bihar Published by: RAKESH KUMAR Updated Sat, 01 Jul 2023 04:32:00 PM IST

बिहार: 50 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, BJP नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह की हत्या का है आरोपी

ARA: भोजपुर के चर्चित BJP नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह कमल किशोर की हत्या के मुख्य आरोपी उमाशंकर मिश्रा को पुलिस और एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने 50 हजार के इनामी बदमाश उमाशंकर मिश्रा को आरा के रमना मैदान रोड से गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ और भोजपुर पुलिस की स्पेशल टीम डीआईयू उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से उमाशंकर का पीछा कर रही थी।


दरअसल, भोजपुर के चर्चित विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह कमल किशोर मिश्रा की 28 सितंबर, 2018 को हत्‍या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी उमाशंकर मिश्रा को गिरफ्तार किया था। साल 2022 में जेल में बंद उमाशंकर मिश्रा के पिता का निधन हो गया था। पिता के श्राद्धकर्म में शामिल होने के लिए उमाशंकर मिश्रा एक महीने के पैरोल पर जेल से बाहर आया था। पेरोल की एक महीने की अवधि खत्म होने के बावजूद उमाशंकर मिश्रा वापस जेल नहीं लौटा और फरार हो गया था।


बाद में पुलिस ने कोर्ट से कुर्की जब्ती का आदेश प्राप्त किया और उमाशंकर मिश्रा के घर की कुर्की की लेकिन उसने पुलिस के सामने सरेंडर नहीं किया। पटना हाई कोर्ट ने उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए डीजीपी को निर्देश दिया था। सरकार के कुख्यात बदमाश के ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस और एसटीएफ की टीम उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिश कर रहे थे लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था।


पुलिस की टीम झारखंड और उत्तर प्रदेश में कुख्यात उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी। पुलिस को खबर मिली कि वह गोरखपुर में छिपा हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने वहां दबिश दी लेकिन पुलिस को चकमा देकर वह आरा पहुंच गया। आरा पहुंचने के बाद उसने अपने वकील से संपर्क साधा और उससे मिलने के लिए कोर्ट जा रहा था, तभी इस बात की जानकारी DIU की टीम को मिल गई और डीआईयू की टीम ने उसे धर दबोचा।