देवरिया से सुल्तानगंज जा रहे कांवरियों की गाड़ी को टैंकर ने मारी टक्कर, दो की हालत गंभीर खगड़िया में बड़ा हादसा: नहाने के दौरान चार स्कूली बच्चे गहरे पानी में डूबे, रेस्क्यू जारी छपरा: गंगा में डूबने से 3 की मौत, सावन सोमवारी के दिन कलश विसर्जन के दौरान हादसा Bihar News: बिहार में ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत बनी 3968 किमी से अधिक सड़कें, 29 जिलों में शत-प्रतिशत काम पूरा Bihar News: बिहार में ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत बनी 3968 किमी से अधिक सड़कें, 29 जिलों में शत-प्रतिशत काम पूरा Bihar Politics: उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल, बोले- सरकार के खिलाफ मिल रही शिकायतें Bihar Politics: उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल, बोले- सरकार के खिलाफ मिल रही शिकायतें Bihar News: नीतीश सरकार युवाओं के लिए ला रही बड़ा अवसर, इस यूनिवर्सिटी से डिग्री ली तो नौकरी पक्की Bihar News: नीतीश सरकार युवाओं के लिए ला रही बड़ा अवसर, इस यूनिवर्सिटी से डिग्री ली तो नौकरी पक्की कल विधानसभा में होगा भारी हंगामा, वोटर लिस्ट सुधार को लेकर तेजस्वी के ऐलान से हड़कंप
1st Bihar Published by: RAKESH KUMAR Updated Sat, 01 Jul 2023 04:32:34 PM IST
- फ़ोटो
ARA: भोजपुर के चर्चित BJP नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह कमल किशोर की हत्या के मुख्य आरोपी उमाशंकर मिश्रा को पुलिस और एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने 50 हजार के इनामी बदमाश उमाशंकर मिश्रा को आरा के रमना मैदान रोड से गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ और भोजपुर पुलिस की स्पेशल टीम डीआईयू उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से उमाशंकर का पीछा कर रही थी।
दरअसल, भोजपुर के चर्चित विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह कमल किशोर मिश्रा की 28 सितंबर, 2018 को हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी उमाशंकर मिश्रा को गिरफ्तार किया था। साल 2022 में जेल में बंद उमाशंकर मिश्रा के पिता का निधन हो गया था। पिता के श्राद्धकर्म में शामिल होने के लिए उमाशंकर मिश्रा एक महीने के पैरोल पर जेल से बाहर आया था। पेरोल की एक महीने की अवधि खत्म होने के बावजूद उमाशंकर मिश्रा वापस जेल नहीं लौटा और फरार हो गया था।
बाद में पुलिस ने कोर्ट से कुर्की जब्ती का आदेश प्राप्त किया और उमाशंकर मिश्रा के घर की कुर्की की लेकिन उसने पुलिस के सामने सरेंडर नहीं किया। पटना हाई कोर्ट ने उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए डीजीपी को निर्देश दिया था। सरकार के कुख्यात बदमाश के ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस और एसटीएफ की टीम उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिश कर रहे थे लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था।
पुलिस की टीम झारखंड और उत्तर प्रदेश में कुख्यात उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी। पुलिस को खबर मिली कि वह गोरखपुर में छिपा हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने वहां दबिश दी लेकिन पुलिस को चकमा देकर वह आरा पहुंच गया। आरा पहुंचने के बाद उसने अपने वकील से संपर्क साधा और उससे मिलने के लिए कोर्ट जा रहा था, तभी इस बात की जानकारी DIU की टीम को मिल गई और डीआईयू की टीम ने उसे धर दबोचा।