बिहार : कोरोना प्रोटोकॉल के साथ धूमधाम से मनाया जा रहा मकर संक्रांति

बिहार : कोरोना प्रोटोकॉल के साथ धूमधाम से मनाया जा रहा मकर संक्रांति

PATNA : मकर संक्रांति का पर्व बेहद पव‍ित्र माना जाता है. इस द‍िन नदी स्‍नान और दान की परंपरा भी है. इसे अलग अलग जगहों पर अलग नाम से भी जाना जाता है. तमिलनाडु में मकर संक्रांति को पोंगल और गुजरात में उत्तरायण कहते हैं. इसे खिचड़ी या पौष संक्रांत‍ि भी कहते हैं. वैज्ञानिकीय दृष्टि से भी मकर संक्रांति का पर्व बेहद खास है. इस दिन से मौसम में बदलाव शुरू हो जाता है, सूर्य के प्रकाश में गर्मी और तपन बढ़ने लगती है. इसे शीत ऋतु के समापन और वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक माना जाता है. 


सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व मकर संक्रांति मनाया जा रहा है. इस बार सूर्य देव 14 जनवरी की दोपहर 2 बजकर 27 मिनट पर गोचर कर रहें हैं. लेकिन कुछ कैलेंडर के अनुसार 14 जनवरी तो कुछ के अनुसार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाना शुभ है. सुबह से नदियों में संक्रांति स्नान कर इस पर्व की शुरुआत की जाती है लेकिन इस बार कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने गंगा स्नान पर रोक लगा दी है. 


जिलों में कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. जिला प्रशासन ने संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए कई जरूरी कदम उठाए हैं. गाइडलाइन पालन के साथ सोशल डिस्टेंसिंग पर भी पैनी नजर है. मकर संक्रांति पर गंगा स्नान को राजधानी पटना, बक्सर के रामरेखा घाट और बेगूसराय के सिमरिया घाट पर लाखों श्रद्धालु उमड़ते हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा होगा.


बिहार में बीते 24 घंटे में कुल 6413 कोरोना के नए मामले मिले. इनमें से कोरोना के सबसे ज्यादा केसेज पटना में हैं. पटना 2014 नए मामले सामने आए हैं. वही राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 28,659 पहुंच गई है. वाही कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पाबंदियों में कोई छूट नहीं देने का फैसला लिया गया है. मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की अध्यक्षता में बुधवार को आपदा प्रबंधन समूह की हुई समीक्षा बैठक में राज्य के सभी जिलों को संक्रमण की दर पर नजर रखने को कहा गया है.


बैठक में सभी जिलाधिकारियों को मकर संक्रांति के मौके पर किसी भी सार्वजनिक स्थल पर भीड़ नहीं होने देने के निर्देश दिए गए हैं. बैठक में मकर संक्रांति को देखते हुए जिलों को कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया गया.