PATNA: बिहार में आरजेडी और जेडीयू के बीच धार्मिक उन्माद फैलाने वाले बयानों की होड़ मची हुई है। एक तरफ रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रथ बताकर आरजेडी कोटे से शिक्षा मंत्री बने चंद्रशेखर ने बिहार की सियासत को गरमा दिया है तो वहीं दूसरी तरफ सभी धर्मों का सम्मान करने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के नेता गुलाम रसूल बलियावी ने पूरे देश को कर्बला का मैदान बनाने की बात कहकर विरोधियों को बोलने का मौका दे दिया है। बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जदयू-राजद में विद्वेष भड़काने वाले बयान देने की होड़ लग गई है और बिगड़े बोल वालों पर मुख्यमंत्री का कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मानस-निंदा और देश को कर्बला बनाने की धमकी देने वालों पर संज्ञान लेना चाहिए।
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि मानस-निंदा और देश को कर्बला बनाने की धमकी देने वालों के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संज्ञान लेना चाहिए। जेडीयू और आरजेडी में विद्वेष भड़काने वाले बयान देने की होड़ मची हुई है बावजूद इसके बिगड़े बोल बोलने वालों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि एक तरफ बलियावी देश को गृहयुद्ध में झोकने की धमकी दे रहे हैं और दूसरी तरफ उसी समुदाय से आने वाले आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दिकी को भारत में डर लग रहा है। धमकाने वाला समुदाय डरा हुआ कैसे हो सकता है?
उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने भी एक धर्म विशेष पर विवादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा के खिलाफ एक्शन लिया। जिस तरह की कार्रवाई बीजेपी ने अपनी पार्टी की नेता के खिलाफ की वैसे ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बलियावी के बयान पर कार्रवाई करने की हिम्मत दिखानी चाहिए। बता दें कि जेडीयू के पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने झारखंड के हजारीबाग में एक सभा को संबोधित करते हुए विवादित बयान दिया है।