विधान परिषद चुनाव: गया से जीवन कुमार ने किया नामांकन, कहा-मरते दम तक शिक्षकों के लिए लड़ेंगे

विधान परिषद चुनाव: गया से जीवन कुमार ने किया नामांकन, कहा-मरते दम तक शिक्षकों के लिए लड़ेंगे

PATNA: बिहार विधान परिषद के खाली हुए 5 सीटों पर आगामी 31 मार्च को चुनाव होने हैं। गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने जीवन कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। मगध के प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय में गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार जीवन कुमार ने आज अंतिम दिन पर्चा दाखिल किया। इस मौके पर सांसद रामकृपाल यादव, पूर्व मंत्री प्रेम कुमार सहित बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।


बता दें कि आज नामांकन की अंतिम तिथि है। गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार जीवन कुमार ने आज पर्चा दाखिल किया है। इस मौके पर सांसद रामकृपाल यादव, पूर्व मंत्री प्रेम कुमार सहित बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। मीडिया से बातचीत करते हुए बीजेपी उम्मीदवार जीवन कुमार ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जो काम होना चाहिए वो नहीं हो पाया है। 


आलम यह है कि पीएचडी होल्डर मैथमेटिक्स के एचओडी को आज पांच हजार रुपये महीना मिलता है जो शोभनीय नहीं है। बिहार में वर्तमान शिक्षा नीति को देखकर बहुत आश्चर्य होता है। एक सुपरवाइजर से भी कम वेतन पीएचडी होल्डर शिक्षक को मिल रहा है। नियोजित शिक्षकों के साथ जो बर्ताव किया जा रहा है वो उचित नहीं है। हम इन शिक्षकों का समाधान करेंगे। कभी ऐसी स्थिति नहीं आने देंगे कि शिक्षक नाराज हो।   


वहीं जीवन कुमार के नामांकन में शामिल होने पहुंचे बिहार के पूर्व मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि जीवन कुमार लगातार बीजेपी के लिये काम कर रहे हैं। वे काफी परिश्रमी व्यक्ति हैं। वे आम जनता के लिए संघर्ष करते आ रहे हैं। शिक्षा और शिक्षकों के हर सवाल को उठाते आ रहे हैं। बड़ी संख्या में मतदाताओं का समर्थन इन्हें मिल रहा है। हमें पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में इन्हे विजयी हासिल होगी। जीवन कुमार भारी मतों से चुनाव जीतेंगे। वहीं विपक्ष के आरोपों पर प्रेम कुमार ने कहा कि निराश और हताश में लोग जीवन कुमार के बारे में कई तरह की बातें कर रहे है जो बिल्कुल गलत और निराधार है। जीवन कुमार बीजेपी के युवा नेता हैं काफी परिश्रमी हैं इन्हें जनता की सेवा का फल जरूर मिलेगा। 


वहीं रामकृपाल यादव ने कहा कि जीवन जी नौजवान और कर्मठ व्यक्ति हैं। वे अक्सर राजनीति में सक्रिय रहते हैं। कई वर्षों से बीजेपी के कार्यकर्ता के रुप में वे काम कर रहे हैं और आज इन्हें गया शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। हमें पूरा भरोसा है कि एक युवा शिक्षक प्रतिनिधि को यहां के शिक्षक जरूर चुनेंगे और भारी मतों से विजयी बनाएंगे। 


रामकृपाल यादव ने कहा कि  पहले के शिक्षक प्रतिनिधि को भी लोगों ने देखा है। उन्होंने कितने शिक्षकों की समस्या का निदान किया है। जिन शिक्षकों ने उन्हें अपना वोट दिया था वे कितना खड़ा उतरने का काम किया है इसका आकलन खुद यहां के शिक्षक ही करेंगे और जीवन जी को आशीर्वाद देकर परिवर्तन करने का काम करेंगे। गौरतलब है कि बिहार में पांच विधान परिषद् सीटों के लिए 31 मार्च को मतदान होना है। इसके लिए नामांकन दाखिल करने की लास्ट डेट 13 मार्च तक था। जबकि वोटिंग 31 मार्च को होगा। इसके बाद मतगणना पांच अप्रैल को होगी।