GAYA JEE: शव का दाह संस्कार करने पहुंचे लोगों की बेरहमी से पिटाई, स्थानीय दुकानदारों पर कार्रवाई की मांग शराबबंदी की साख पर सवाल: जदयू महासचिव राजेश रजक शादी में शराब पीते गिरफ्तार पीएम मोदी की निजी सचिव निधि तिवारी की सैलरी कितनी है? 8वें वेतन आयोग से कितना होगा इजाफा? जानिये.. Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले VIP का थीम सॉन्ग लॉन्च, सहनी बोले- आरक्षण हमारा हक, हम इसे लेकर रहेंगे Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले VIP का थीम सॉन्ग लॉन्च, सहनी बोले- आरक्षण हमारा हक, हम इसे लेकर रहेंगे Railway News: अब टिकट के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, बिहार के 702 रेलवे स्टेशनों पर ATVM लगाने की तैयारी Bihar News: सीएम नीतीश कुमार अचानक पहुंच गए हाजीपुर, भागे-भागे पहुंचे अधिकार; फोर लेन पुल का किया निरीक्षण 10 रूपये की खातिर नोजल मैन की पिटाई करने वालों को पुलिस ने दबोचा, 25 हजार का ईनामी भी गिरफ्तार Bihar News: चिराग की रैली में दिव्यांग युवक से धक्का-मुक्की, ट्राईसाइकिल क्षतिग्रस्त; बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के नारे को बताया झूठा Bihar School News: बिहार के 40 हजार से अधिक स्कूलों में होने जा रहा यह बड़ा काम, नीतीश सरकार ने दे दी मंजूरी
1st Bihar Published by: 9 Updated Tue, 17 Sep 2019 04:25:34 PM IST
- फ़ोटो
NAWADA: पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आगामी 7 नवंबर को भूमिहार- ब्राह्मण एकता मंच की तरफ से महारैली का आयोजन किया जाएगा. इस रैली को सफल बनाने के मकसद से नवादा में एकता मंच के नेताओं की विशेष बैठक हुई. बैठक के बाद एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने जिले के लोगों को इस महारैली में शामिल होने का आमंत्रण दिया. इस मौके पर उन्होंने दावा किया कि महारैली में पांच लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे. रैली के लिए लोगों को आमंत्रित करने के दौरान उन्होंने कहा कि उनके समाज को शासन में उचित भागीदारी नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि सत्ता में मजबूत भागीदारी को लेकर समाज के लोगों को आपसी विवाद भुलाकर एक मंच पर आना होगा. एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर सरकार ने विचार नहीं किया तो महारैली के दौरान सत्ता के खिलाफ बिगुल फूंका जाएगा. बैठक के दौरान एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने सरकार के सामने कुछ मांगों को रखा. 1. आरक्षण का आधार आर्थिक हो या सवर्ण समाज को 25% आरक्षण का समुचित लाभ हर स्तर पर दिया जाए 2. सवर्ण आयोग का पुर्नगठन कर उसे संवैधानिक दर्जा दिया जाए 3. आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को मिल रहे 10% आरक्षण के साथ अन्य वर्गों की तरह उम्र सीमा में छूट और 50 हजार से 1 लाख तक की प्रोत्साहन राशि दी जाय 4. हर शहर व जिला मुख्यालयों में आर्थिक रूप से कमजोर भूमिहार- ब्राह्मण छात्रों के लिए परशुराम छात्रावास का निर्माण किया जाए. नवादा से ईलू की रिपोर्ट