ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: निर्वाचन आयोग हुआ सख्त, उम्मीदवार अब तय राशि से ज्यादा नहीं कर सकेंगे चुनावी खर्च; जानें पूरी डिटेल Bihar politics : अब तक का सबसे बड़ा खुलासा: जानिए क्यों इंडिया ब्लॉक से अलग हुए थे नीतीश कुमार, सामने आया पूरा सच; बिहार चुनाव में भी महागठबंधन के अंदर खुलकर सामने आ रहा यह सभी बातें Bihar Election 2025: कांग्रेस उम्मीदवार ऋषि मिश्रा समेत 20 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, इस मामले में हुआ एक्शन Bihar Election 2025: कांग्रेस उम्मीदवार ऋषि मिश्रा समेत 20 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, इस मामले में हुआ एक्शन ‘2% वाला डिप्टी सीएम, 13% वाला सीएम, 18% वाला दरी बिछावन मंत्री’ मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम फेस घोषित करने पर भड़की ओवैसी का पार्टी ‘2% वाला डिप्टी सीएम, 13% वाला सीएम, 18% वाला दरी बिछावन मंत्री’ मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम फेस घोषित करने पर भड़की ओवैसी का पार्टी Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन सख्त, गयाजी में 17 अपराधी थाना बदर; 114 को मिला CCA नोटिस Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन सख्त, गयाजी में 17 अपराधी थाना बदर; 114 को मिला CCA नोटिस Bihar News: बिहार के इस स्टेशन पर रेलवे की बड़ी पहल, छठ पर्व पर यात्रियों को मिल रही विशेष सुविधा Bihar Election 2025: जेपी नड्डा का लालू यादव पर बड़ा हमला, चुनावी सभा में शहाबुद्दीन और जंगलराज का भी किया जिक्र

कोरोना वैक्सीन का ट्रायल डोज लेने वाले वॉलेंटियर की मौत, 9 दिन पहले लिया था टीका

1st Bihar Published by: Updated Sat, 09 Jan 2021 09:55:58 AM IST

कोरोना वैक्सीन का ट्रायल डोज लेने वाले वॉलेंटियर की मौत, 9 दिन पहले लिया था टीका

- फ़ोटो

BHOPAL:  कोरोना वैक्सीन का ट्रायल डोज लेने वाले वॉलेंटियर की 9 दिनों के बाद मौत हो गई. मौत किस कारण हुई है वह अभी तक साफ नहीं हो पाया है. क्योंकि उसकी फाइन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना अभी बाकी की. मृतक जमालपुर के सूबेदार कॉलोनी में रहता था. 


मौत के बारे में बताया जा रहा है कि भोपाल के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में 12 दिसंबर को ट्रायल टीका लगाया था. लेकिन 47 साल के वॉलेंटियर दीपक मरावी की 21 दिसंबर को मौत हो गई. 22 दिसंबर को उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया. प्रारंभिक रिपोर्ट में शव में जहर मिलने की पुष्टि हुई है. पुलिस विसरे का कैमिकल एनालिसिस कराएगी. 


अचानक तबीयत हो गई थी खराब

मृतक के बेटे आकाश ने पुलिस को बताया है कि पिता दीपक मरावी को 19 दिसंबर को अचानक घबराहट, बैचेनी और उल्टियां होने लगी. लेकिन उन्होंने इसे सामान्य बीमारी समझकर इलाज नहीं कराया. आकाश के अनुसार डोज लगवाने के बाद से पिता ने मजदूरी पर जाना बंद कर दिया था, वे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे थे. 


सूचना देने के बाद भी नहीं पहुंचे कर्मी

मृतक के बेटे आकाश ने गंभीर आरोप भी लगाया है. बताया कि वैक्सीन लेने के बाद सेहत का हाल जानने हॉस्पिटल से फोन आते रहे. जब उनकी मौत हुई तो हॉस्पिटल प्रबंधन से तीन बार कॉल आया, लेकिन कोई कर्मी घर पर नहीं आया. जब उसने कॉल कर जानकारी दी तो एग्जीक्यूटिव ने कॉल डिसकनेक्ट कर दिया. मरने के बाद दूसरे डोज के लिए कॉल आया. वही, पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल दीक्षित ने कहा है कि वॉलेंटियर दीपक मरावी की मौत की जानकारी मिली है. उन्हें क्नीनिकल ट्रायल में वैक्सीन लगाया गाया था. पोस्टमार्टम का फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट हो पाएगा.