भोजपुर के एक और लाल ने दी शहादत, चीनी सैनिकों से लोहा लेते शहीद हुए चंदन यादव

भोजपुर के एक और लाल ने दी शहादत, चीनी सैनिकों से लोहा लेते शहीद हुए चंदन यादव

ARA : लद्दाख के गलवान घाटी में LAC पर चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 बहादुर जवान शहीद हो गए. भारतीय जांबाजों ने भी बॉर्डर पर डटकर सामना करते हुए कई चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के 43 सैनिक मारे गए हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा. देश की संप्रभुता सर्वोच्च है. देश की सुरक्षा करने से हमे कोई रोक नहीं सकता. इस बारे में किसी को भी जरा भी भ्रम या संदेह नहीं होना चाहिये. भोजपुर के 2 जवानों ने देश के लिए शहादत दी है. भोजपुर के रहने वाले कुंदन ओझा और चंदन यादव इस खुनी संघर्ष में लोहा लेते हुए शहीद हो गए हैं.


हिंसक झड़प में शहीद होने वाले वीर जवानों में बिहार के आरा के रहने वाले चंदन यादव भी शामिल हैं. जो महज 23 साल के थे. इस युवा जवान की शहादत की खबर मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया है. घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. शहीद चंदन यादव मूल रूप से भोजपुर जिले के जगदीशपुर इलाके के रहने वाले हैं. जिनका घर ज्ञानपुर गांव में हैं. चंदन के पिता रिटायर्ड होमगार्ड जवान हैं. चंदन 4 भाई हैं. सभी भाई देश की सेवा में लगे हुए हैं. शहीद चंदन के साथ-साथ उनके एक और भाई लद्दाख बॉर्डर पर ही देश की रक्षा कर रहे हैं. दो अन्य भाई भी आर्मी में हैं, जो रांची और अन्य जगह पर पोस्टेड हैं. शहीद चंदन की दो बहन हैं. बताया जा रहा है कि शहीद चंदन अपने घर में सबसे छोटे भाई थे.


अपनी मिट्टी के लिए प्राण की आहुति देने वाले शहीद चंदन यादव की शादी इसी साल अप्रैल महीने में  होने वाली थी. कोरोना संकट को देखते हुए देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई. जिसके कारण उनकी शादी टल गई. उसके बाद उनकी शादी को मई में तय किया गया. लेकिन एक बार फिर से लॉकडाउन की बढ़ाये जाने के बाद उनकी शादी को टाला गया. वीर जवान चंदन यादव की शादी भोजपुर जिले में ही सुल्तानपुर गांव में होने वाली थी. चंदन के परिजनों ने बताया कि वह दो साल पहले ही 2017 में आर्मी ज्वाइन किये थे. इसी साल उनकी पोस्टिंग लद्दाख में हुई थी. जहां सब-जीरो टेम्परेचर वाले लद्दाख बॉर्डर पर वह अपने भाई के साथ ही देश की रक्षा में लगे हुए थे. दिन रात सर्द हवाओं और बर्फीले तूफानों के बीच उन्होंने देश की सेवा की. देश की रक्षा की खातिर बुजदिल चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए उन्होंने शहादत दी.


शहीद चंदन यादव के गांव में मातमी सन्नटा पसरा हुआ है और इसी सन्नाटे के बीच चीन के खिलाफ गुस्सा भी दिख रहा है. शहीद जवान के गांववाले "चीन मुर्दाबाद" के नारे लगा रहे हैं. सबसे पहले चंदन की शहीद होने की खबर उनके बड़े भाई को मिली. जो वहीं लद्दाख में ही पोस्टेड हैं. उन्होंने जैसे ही ये खबर घर वालों को दी. घर में कोहराम मच गया. पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. देश के लिए बेटे की शहादत व्यर्थ न जाये, इसलिए वो बदले की मांग कर रहे हैं. गांव के लोग शहीद को श्रद्धांजलि दे रहे हैं.