DESK : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने भले ही जीत हासिल कर सरकार में वापसी कर ली हो लेकिन यह बात सबको मालूम है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद अपना चुनाव हार गई थीं। ममता बनर्जी के पास संवैधानिक तौर पर यह विकल्प है कि वह नवंबर महीने में तय समय सीमा के पहले चुनाव जीतकर विधानसभा की सदस्य बनें। ममता बनर्जी को विधानसभा में चुनकर आने के लिए भवानीपुर सीट से उनकी पार्टी के विधायक ने इस्तीफा दे दिया था। शोभन देव चट्टोपाध्याय के इस्तीफे के बाद से भवानीपुर सीट पर उपचुनाव हो रहा है और ममता बनर्जी अब इस सीट पर हो रहे उपचुनाव में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने जा रही हैं।
पश्चिम बंगाल में कुल 3 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है। भवानीपुर के अलावे शमशेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीट पर भी उप चुनाव हो रहे हैं। इन तीनों सीटों पर 30 सितंबर को वोट डाले जाएंगे और 3 अक्टूबर को मतगणना होगी। ममता बनर्जी के लिए भवानीपुर सीट छोड़ने वाले शोभन देव अब खरदाहा विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे।
चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए आयोग में महामारी को लेकर कई तरह की बंदिशें लगाई है। उपचुनाव के लिए नामांकन के पहले और बाद में जुलूस पर प्रतिबंध लगाया गया है। प्रचार के लिए खुले स्थान पर 50 लोगों की मौजूदगी की इजाजत दी गई है। सभी राजनीतिक दलों को 20 स्टार प्रचारक घोषित करने की इजाजत होगी। मतदान से 72 घंटे पहले चुनाव प्रचार थम जाएगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज दोपहर 12:30 बजे नामांकन दाखिल करने पहुंचेंगी। भवानीपुर सीट एक बार फिर से ममता के चुनाव लड़ने के कारण हाईप्रोफाइल हो गई है। बीते विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को उनके ही करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम सीट पर पटखनी दी थी।