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1st Bihar Published by: Updated Thu, 04 Jun 2020 06:17:19 AM IST
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PATNA : इंजीनियर की लापरवाही से परेशान भवन निर्माण विभाग में कार्यशैली में सुधार के लिए अब लापरवाह और परफॉर्मेंस नहीं दिखाने वाले इंजीनियरों को जबरन रिटायरमेंट देने की तैयारी में है। इनमें से ज्यादातर 50 पार के वैसे इंजीनियर हैं जिन की कार्यशैली से विभाग नाखुश है। भवन निर्माण विभाग में इस संबंध में जल्द नीति बनाने का फैसला किया है।
विभाग ने 1 जून तक ऐसे इंजीनियरों की सूची मांगी थी जो 50 पार कर चुके हैं और उनकी कार्यशैली अच्छी नहीं रही है। विभाग को कुछ जिलों से अब तक के चंद इंजीनियर के नाम मिले हैं। प्रधान सचिव चंचल कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बुधवार को इस मसले पर अधिकारियों के साथ बैठक की हालांकि यह बैठक बेनतीजा निकली लेकिन विभागीय प्रधान सचिव ने इस मामले पर और फीडबैक अधिकारियों से मांगा है। अंतिम रिपोर्ट आने के बाद विभाग लापरवाह और घटिया परफॉर्मेंस करने वाले कनीय अभियंता सहायक अभियंता कार्यपालक अभियंताओं पर फैसला लेगा।
भवन निर्माण विभाग जिलों से रिपोर्ट आने के बाद इंजीनियरों को हटाने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लेकर जाएगा। हालांकि अभियंता संघ ने विभाग की तरफ से जबरन सेवानिवृत्ति दिए जाने के फैसले पर आपत्ति जताई है। बिहार अभियंत्रण सेवा संघ ने कहा है कि 60 साल से अधिक उम्र वालों को सेवा में संविदा पर रखा जा रहा है और 50 पर इंजिनियर्स को जबरन रिटायर कराने की नीति बनाई जा रही है, यह बेहद दुखद है। सरकार इंजीनियरों के साथ सौतेला व्यवहार बंद नहीं करेगी तो आंदोलन किया जाएगा। उधर विभाग को लगातार फीडबैक मिल रहा है कि परफॉर्मेंस नहीं देने वाले इंजीनियर लगातार बीमारी और अन्य बातों का बहाना बनाकर खुद को काम से अलग रख रहे हैं।