कानाफूसी: भरी महफिल में राजा ने ऐसे सुनायी प्रजनन दर घटने-बढ़ने की कहानी कि महिलायें हो गयीं शर्म से पानी-पानी

कानाफूसी: भरी महफिल में राजा ने ऐसे सुनायी प्रजनन दर घटने-बढ़ने की कहानी कि महिलायें हो गयीं शर्म से पानी-पानी

PATNA : राजा इन दिनों खासे चर्चे में हैं. आम लोगों के बीच ना सही लेकिन सियासी गलियारे से लेकर अधिकारियों और मीडिया के बीच राजा की हरकतों पर जमकर चर्चा हो रही है. अब नयी कहानी सामने आयी है. सियासी गलियारे में कानाफूसी हो रही है कि राजा ने भरी महफिल में प्रजनन दर घटने बढ़ने की कहानी इस तरह से सुनायी कि वहां बैठी महिलायें शर्म से पानी पानी हो गयीं.


फर्स्ट बिहार को इस कानाफूसी की की खबर मिली है. खबर एक-दो दिन पहले की है. राजा एक खास महफिल में पहुंचे थे. भरी महफिल थी, जिसमें राजा ही चीफ गेस्ट थे. महफिल में सिर्फ पुरूष ही नहीं बल्कि अच्छी खासी तादाद में महिलायें भी मौजूद थीं. सब को राजा के माइक पकड़ने का इंतजार था. भाषण के लंबे सिलसिले के बाद आखिर में राजा की बारी आयी. राजा ने देश, दुनिया से लेकर बिहार के हालात पर अपनी वही बातें दुहरायीं जो वे अपनी हर महफिल में बोलते आये हैं.

लेकिन अजीबो गरीब स्थिति तब हो गयी जब राजा ने प्रजनन दर यानि जनसंख्या वृद्धि पर बोलना शुरू किया. राजा पहले भी इस मसले पर बोलते रहे हैं लिहाजा शुरू में तो सबको लगा कि पुरानी बातें ही दुहरायी जायेंगी. लेकिन प्रजनन दर पर बोलते बोलते राजा कुछ ज्यादा ही विस्तार में चले गये. वे बताने में लग गये कि मर्द क्या चाहता है और औरतें कैसे उसे कंट्रोल करती हैं. दिलचस्प बात ये भी थी कि राजा उस महफिल में बैठी महिलाओं की ओर देख कर ही बता रहे थे कि मर्द को कैसे औरतें काबू में करती हैं.


कानाफूसी कर रहे एक कुर्ताधारी से हमने पूछा कि इसमें गलत क्या है. जवाब मिला कि बंद दरवाजे के भीतर सजी उस महफिल में आप नहीं थे. वर्ना आपको समझ में आ जाता कि राजा किस अंदाज में क्या सब बोल रहे थे. कुर्ताधारी ने बताया कि आलम ये था कि राजा रौ में बोले जा रहे थे औऱ महफिल में मौजूद औरत औऱ मर्द आपस में नजरें नहीं मिला पा रहे थे. 

सफेद कुर्ताधारियों के एक खास जमात में इस वाकये की भरपूर चर्चा हो रही है. उनके बीच हैरानी इस बात की है कि राजा कैसे इस कदर बदल गये हैं. पहले ही राजा के कुछ किस्से सामने आ गये हैं. अब ये नया माजरा. राजा को अराध्य मानने वाले कुर्ताधारी हैरान-परेशान हैं.

डिसक्लेमर-ये खबर सियासी हलके में हो रही कानाफूसी पर आधारित है. फर्स्ट बिहार इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.