PATNA: रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन और फ्लैट रजिस्ट्री कराने के मामले में लालू परिवार पर ईडी की शिकंजा कसता जा रहा है। ईडी की टीम ने शुक्रवार को लालू के करीबी कारोबारी अमित कात्याल को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। ईडी के इस एक्शन को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। बिहार बीजेपी के प्रदेश सम्राट चौधरी ने इसको लेकर पलटवार किया है।
दरअसल, लैंड फॉर जॉब मामले में ईडी की कार्रवाई को लेकर जहां सत्ताधारी दल केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि चुनाव के नजदीक आते ही केंद्र की सरकार विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं। सम्राट चौधरी ने इसको लेकर पलटवार किया है। सम्राट ने कहा है कि भ्रष्टाचार के मामले में जो लोग भी अपराधी होंगे उनकी गिरफ्तारी तय है। अगर अपराध किया है तो गिरफ्तारी होगी चाहे वह कोई भी रहे।
बता दें कि रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन लेने के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही ईडी ने जिस अमित कात्याल को हिरासत में लिया है, उसने राबडी सरकार के समय पटना में बीयर की फैक्ट्री लगायी थी। बाद में उसने अपनी कंपनी एके इंफोसिस्टम को तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के नाम कर दिया था।
ईडी ने कई दफे अमित कात्याल को समन भेजा था लेकिन उसने कोर्ट में जांच को रोकने की अर्जी लगायी थी हालांकि कोर्ट ने राहत देने से इंकार कर दिया। शुक्रवार को अमित कात्याल ईडी के सामने पेश हुआ, जहां पूछताछ के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। अब आरजेडी और सत्ताधारी दल आरोप लगा रहे हैं कि लालू परिवार को डराने के लिए केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल कर रही है। फर्स्ट बिहार के लिए पटना से शैलेन्द्र पांडेय की रिपोर्ट..