GOPALGANJ : गोपालगंज में डेढ़ महीने पहले हुए मुखिया हत्याकांड का एसआईटी ने खुलासा करते हुए तीन सुपारी किलर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों ने एसआईटी के सामने अपना अपना अपराध स्वीकार भी कर लिया है. उन्होंने बताया कि मुखिया की हत्या के लिए उन्हें सीवान से हथियार मिले थे.
हत्यारों की निशानदेही पर एसआईटी ने सीवान के बड़हरिया थाना क्षेत्र के योगापट्टी में बुचन शर्मा के ठिकाने पर छापेमारी की तो वहां से हथियार और गन बनाने का काफी सामान मिला. एसआईटी ने इसको जब्त कर स्थानीय पुलिस को सौंप दिया है और फरार बुचन शर्मा की तलाश में जुट गयी है. एसआईटी के मुताबिक बुचन शर्मा यहां अवैध गन फैक्ट्री चलाता था.
एसपी आनंद कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मुखिया की हत्या में गिरफ्तार कांट्रैक्ट किलर थावे थाना क्षेत्र के धतिवना गांव के सुमित कुमार उर्फ श्रीराम सिंह, रामचंद्रपुर गांव के विशाल उपाध्याय और हथुआ थाना क्षेत्र के बरी ईसर गांव के हारूण मियां हैं. इनके पास से मुखिया की हत्या में प्रयोग किया गया एक पिस्टल, एक देशी कट्टा, 22 कारतूस, एक मोटरसाइकिल, दो मोबाइल, एक टैब और एक बायोमेट्रिक मशीन बरामद किया गया है.
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी सुमित कुमार उर्फ श्रीराम का भाई उप पमुखिया बनना चाहता था और इसी रंजिश में मुखिया की हत्या करायी गयी. गिरफ्तार सभी अपराधियों का अपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस इन कांट्रैक्ट किलरों से पूछताछ कर अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
बता दें कि थावे थाना क्षेत्र के धतिवना गांव में बीते 18 जनवरी को धतिवना पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया सूखल मुसहर की अपराधियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. हत्या के इस मामले में मुखिया की भावह चांद ज्योति देवी ने छह नामजद समेत अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हत्या के करीब 40 दिन बाद पुलिस ने वारदात को खुलासा करते हुए कांट्रैक्ट किलरों की गिरफ्तारी की है.