PATNA : पटना एयरपोर्ट पर सैंडल में जीपीएस ट्रैकर के साथ पकड़ी गई युवती को पुलिस ने पीआर बांड पर उसके रिश्तेदारों को सौंप दिया है। बताया जाता है कि जीपीएस ट्रैकर चालू हालत में नहीं था। सैंडल में जीपीएस ट्रैकर लगी थी इस बात की जानकारी युवती को भी नहीं थी। जब पुलिस ने लड़की से पूछताछ की तब इस बात का पता चला।
युवती से पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया है। रात भर सुरक्षा एजेंसी और पटना पुलिस ने पूछताछ की। जांच के बाद सामने आया कि युवती के साथ किसी ने मजाक किया था। साथ ही बरामद डिवाइस प्रतिबंधित नहीं है। जिसके बाद महिला को पीआर बांड पर उसके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया।
बता दें कि शुक्रवार को पटना एयरपोर्ट पर यात्रा के लिए एक युवती पहुंची थी जिसके सैंडल में जीपीएस ट्रैकर मिला था। जिसके बाद एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। लड़की को इंडिगो की फ्लाइट से बेंगलुरु जाना था लेकिन एयरपोर्ट पर स्कैनिंग के दौरान उसके बैग में रखे एक सैंडल में जीपीएस ट्रैकर को ट्रेस किया गया। इसके बाद सीआईएसएफ के जवानों ने उसे रोक लिया। लड़की पटना के सुलतानगंज थाना इलाके की रहने वाली है।
सीआईएसएफ के जवानों ने जब उसके बैग की तलाशी ली तो उसके अंदर रखे एक कीमती सैंडल के सोल में लगाया जीपीएस ट्रैकर मिला। जवानों ने देखा कि सैंडल के सोल को काटकर उसमें जीपीएस फिट किया गया था फिर दोबारा उसे जोड़ दिया गया था। लड़की के पकड़े जाने के बाद जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गये। आनन-फानन में पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गयी। लड़की ने पुलिस को बताया कि वह अपने पिता के पास बेंगलुरु जा रही थी। एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने इस मामले की जांच की। लड़की के नाम-पते की जांच करने एयरपोर्ट थाने की पुलिस सुल्तानगंज थाने पहुंची। सुल्तानगंज पुलिस की मदद से कई तरह की जानकारियां इकट्ठा की गयी।
मामले को लेकर एयरपोर्ट थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि सीआइएसएफ ने सुरक्षा जांच के दौरान युवती को पकड़ा था। युवती पटना के सुल्तानगंज के पत्थर मस्जिद दरगाह रोड की रहने वाली है। जब लड़की के हैंड बैग की स्क्रीनिंग की गई, तो उसमें से आवाज आने लगी थी लेकिन जब हैंड बैग खोला गया, तो उसमें कुछ नहीं मिला।
एयरपोर्ट थाना प्रभारी ने बताया कि सैंडल की स्क्रीनिंग की गई तो अंदर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होने की जानकारी मिली। जिसके बाद सैंडल के हील को काटा गया तो उसमें से चिप और सिम बरामद हुआ। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर किस मकसद से सैंडल में चिप और सिम लगाया गया था। हालांकि एयरपोर्ट थाना इस मामले को लेकर युवती और उसके परिजन से भी पूछताछ की है।
हिरासत में ली गई युवती ने पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में यह बताया कि किसी ने शरारतवश उसके सैंडल में इस डिवाइस को फिट कर दिया था। जिसकी जानकारी उसे नहीं थी और बिना जानकारी के ही वह पटना से बेंगलुरु की ओर फ्लाइट से जा रही थी। वैसे बरामद डिवाइस प्रतिबंधित नहीं है। जिसके बाद पीआर बांड पर लड़की को उसके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया है।