बेगूसराय शिक्षक हत्याकांड का खुलासा: वारदात में शामिल पांच बदमाश हथियार के साथ गिरफ्तार, जेल से रची गई थी हत्या की साजिश

बेगूसराय शिक्षक हत्याकांड का खुलासा: वारदात में शामिल पांच बदमाश हथियार के साथ गिरफ्तार, जेल से रची गई थी हत्या की साजिश

BEGUSARAI: बेगूसराय में बीते 20 अगस्त को बेखौफ बदमाशों ने रिटायर्ड शिक्षक जवाहर चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सेवानिवृत शिक्षक की हत्या के बाद बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए थे। घटना को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर खूब निशाना साधा था। बेगूसराय पुलिस ने इसे चैलेंज के तौर पर लिया और वारदात के महज सात दिनों के भीतर ही हत्याकांड का खुलासा कर दिया।


दरअसल, बछवारा थाना क्षेत्र के फतेहा गांव में बीते 20 अगस्त को रिटायर्ड शिक्षक जवाहर चौधरी सुबह सवेरे मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकले थे, तभी बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना के बाद सुशासन की सरकार पर सवाल खड़े हो गए थे। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए बेगूसराय एसपी योगेंद्र कुमार के निर्देश पर तेघरा डीएसपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने महज 7 दिनों के भीतर पूरे मामले का खुलासा करते हुए हत्या में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस मामले में पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से दो देसी कट्टा, एक पिस्टल और 71 गोली को बरामद किया है।


‌बेगूसराय एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि रिटायर्ड शिक्षक जवाहर चौधरी के बेटे की हत्या 2021 में की गई थी। इस मामले में उसके गांव के ही गोपाल चौधरी जेल में बंद हैं। अपने बेटे के हत्या मामले में जवाहर चौधरी गवाह थे और इस गवाही से आरोपी को सजा मिल सकती थी। इसी से बचने के लिए जेल में बंद आरोपी गोपाल चौधरी ने जेल में ही सोनू सिंह और सूरज कुमार को 2 लाख रुपए में सुपारी दी थी। जेल से एक माह पहले ही सूरज कुमार बाहर निकाला था और उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मॉर्निंग वॉक के दौरान जवाहर चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 


बताते चलें कि जवाहर चौधरी की बेटे की हत्या जवाहर चौधरी के ही दूसरे बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर कर दी थी। इस मामले में फतेहा गांव के ही गोपाल चौधरी फिलहाल जेल में बंद है। एसपी ने कहा कि गिरफ्तार सभी आरोपियों ने घटना में अपनी संलिपिता स्वीकार कर ली है।