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14-Dec-2024 11:36 AM
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने रोजगार को लेकर बड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) के मंत्री नीरज सिंह ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में 4135 रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की। यह पहल युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलने का काम करेगी।
पदों का विवरण और भर्ती प्रक्रिया
सहायक अभियंता:
कुल पद: 118
चयन प्रक्रिया: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के माध्यम से।
2078 पद:
चयन प्रक्रिया: बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग।
पदों में शामिल हैं:
शोध सहायक
प्रयोगशाला सहायक
निम्नवर्गीय लिपिक
परिचारी
की-मैन सह चौकीदार
खलासी
तकनीकी सेवा आयोग:
कार्य निरीक्षक: 1114 पद
वाहन चालक: 4 पद
पंप ऑपरेटर:
मुख्यालय स्तर: 493 पद
अंचल स्तर: 328 पद
‘हर घर नल का जल’ योजना का प्रभाव
शुद्ध पेयजल आपूर्ति:
योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह तीन घंटे, दोपहर में एक घंटे, और शाम को दो घंटे जल आपूर्ति की जाती है।
डायरिया के मामलों में कमी: 2019 की तुलना में 2024 में डायरिया के गंभीर मामलों में 15 गुणा कमी दर्ज की गई।
शिशु मृत्यु दर में सुधार: ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल मिलने से स्वास्थ्य मानकों में सुधार हुआ है।
महिला सशक्तिकरण:
40% पंप चालकों में महिलाएं हैं।
यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में सहायक रही है।
नागरिकों के लिए टोल-फ्री नंबर
ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति से संबंधित शिकायतों के लिए टोल-फ्री नंबर 155367 जारी किया गया है। नागरिक इस पर कॉल करके अपनी समस्याएं दर्ज करा सकते हैं।
चुनावी दृष्टिकोण और रोजगार का असर
बिहार सरकार की यह पहल न केवल युवाओं को रोजगार प्रदान करेगी, बल्कि विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सरकार की सकारात्मक छवि बनाने में भी मददगार होगी। ‘हर घर नल का जल’ योजना के सफल क्रियान्वयन से स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र में बदलाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
4135 पदों पर नियुक्ति और जलापूर्ति योजनाओं के प्रभाव से बिहार में रोजगार और विकास को नई दिशा मिलेगी। यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभदायक साबित होगा।