PATNA : 3 मार्च की सुबह-सवेरे राज्य के जेलों में छापेमारी की गई थी। इस दौरान पटना के बेउर जेल में भी जिला प्रशासन की टीम ने छापेमारी की थी। पटना के डीएम और एसपी बेउर जेल में छापेमारी के लिए पहुंचे थे और इस दौरान उन्हें लगभग आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा था। अब इसी मामले में बेउर जेल के उपाधीक्षक संजय कुमार के ऊपर गाज गिर सकती है। पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने इस मामले में उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। 24 घंटे में उन्हें जवाब देने के लिए कहा गया था लेकिन उपाधीक्षक के संजय कुमार के जवाब से भी डीएम संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने जेल उपाधीक्षक के ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए जेल आईजी को सिफारिश की है।
बेउर जेल में छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन का सिम बरामद किया गया था। सिम की जांच के बाद पुलिस ने सिम बेचने वाले मनीष कुमार को गिरफ्तार किया है। मनीष कुमार को रेल पुलिस ने वैशाली के बिदुपुर से गिरफ्तार किया है। उस पर फर्जी दस्तावेजों पर सिम बेचने का केस बिदुपुर थाने में दर्ज किया गया है। रेल एसपी जगरनाथ रेड्डी के मुताबिक जरूरत पड़ने पर मनीष को रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी। छापेमारी के दौरान पूर्व सांसद विजय कृष्ण भी लपेटे में आए थे।
बेउर जेल में छापेमारी के दौरान एक लाल डायरी, एक सिम, दो मोबाइल फोन बरामद किए गए थे। डायरी में लिखें पांच बैंक खातों का डिटेल भी पुलिस ने खंगाल दिया है। बैंक खातों के ट्रांजेक्शन का पता चला है। वहीं विजय कृष्ण के पास से बरामद सिम के अलावा जेल परिसर में फेंके गए दो मोबाइल फोन मिले सिम की भी पुलिस जांच कर रही है। जिला प्रशासन का मानना है कि जेल उपाधीक्षक ने छापेमारी करने गई टीम को आधे घंटे तक इंतजार करवाया जिसकी भनक जेल के अंदर कैदियों को मिल गई और काफी कुछ सामान हटा दिया गया।