बंदरों का आतंक, कोरोना मरीज का टेस्ट सैंपल छीनकर भागे

बंदरों का आतंक, कोरोना मरीज का टेस्ट सैंपल छीनकर भागे

DESK : मेरठ के मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को एक बड़ा ही अजीबो गरीब मामला सामने आया. मेडिकल कॉलेज परिसर में बंदरों ने सालों से अपना डेरा जमा रखा है. बंदरों ने आतंक से मेडिकल स्टाफ के साथ साथ मरीजों के परिजन भी परेशान रहते हैं, पर कल इन बंदरों ने हद कर दी. 

मेडिकल कॉलेज में उस समय अफरातफरी मच गई. जब बंदरों की टोली में से एक बंदर ने लैब टेक्नीशियन के हाथों से कोरोना जांच की सैंपल ही छीन ले गया. सैंपल चीन कर बंदर पेड़ पर जा बैठा और उसे खाने की कोशिश करने लगा. बाद में बंदर कोरोना मरीजों के सैंपल को अस्पताल परिसर में इधर-उधर फेक देता है.

इस घटना का लोगों ने विडियो बना कर वायरल कर दिया. विडियो में बंदर की करतूत साफ़ देखी  जा सकती है. वीडियो वायरल होने के बाद मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर एस के गर्ग का कहना है कि जो सैंपल बंदर ले गए हैं वो कोरोना मरीजों के गले के सैंपल नहीं थे बल्कि कोरोना के मरीजों के रुटीन चैकअप के लिए भेजे जाने वाले सैंपल थे. जिन तीन मरीजों के सैंपल बंदरों ने छीन लिए उन्हें बाद में फिर लिया गया और जांच के लिए भेज दिया गया है.  

मेडिकल कॉलेज में जिस तरह ये घटना सामने आई है, उससे कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. लंबे समय से चली आ रही इस समस्या से निपटने के लिए कोई खास कदम क्यों नहीं उठाए गए. प्रशासन की इस बड़ी चूक से कई गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं. इस मामले को दबाने की पूरी कोशिश भी की गई. पर विडियो वायरल होने पर मेडिकल कॉलेज को इस घटना को स्वीकार करना पड़ा.

मेरठ में बंदरों के आतंक का ये कोई पहला मामला नहीं है. मेडिकल कॉलेज में आये दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जब या तो किसी मरीज का कोई सामान छीन लिया जाता या किसी स्टाफ का. यही नहीं चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में तो बंदरों से निपटने के लिए बाकायदा एक लंगूर को भी तैनात किया गया, जिसे हर माह उसके काम की तनख्वाह भी दी जाती है.

बता दें की, उत्तर प्रदेश में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 15 और लोगों की मौत हो गई, जबकि 179 नए मामले आने के साथ ही अभी तक संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 7170 हो गई है. ऐसे में इस तरह की घटना संक्रमण को और बढ़ा सकती है.