बनारस में JDU की रैली रद्द होने पर BJP ने बोला हमला, कहा-भीड़ जुट नहीं रहा था इसलिए ऐसा करना पड़ा

बनारस में JDU की रैली रद्द होने पर BJP ने बोला हमला, कहा-भीड़ जुट नहीं रहा था इसलिए ऐसा करना पड़ा

PATNA: 24 दिसंबर को बनारस में प्रस्तावित जेडीयू की रैली के रद्द होने पर बीजेपी ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा बिहार में जेडीयू का कोई कार्यक्रम होता है तब पांच हजार आदमी भी नहीं जुटता है बनारस में दस हजार कहां से जुटाएंगे। बिहार में आज तक नीतीश कुमार के किसी भी कार्यक्रम में दस हजार लोग नहीं जुटे हैं। 


उन्होंने कहा कि इस देश में लोकतंत्र है यहां लालू जी का राज नहीं है। सभी जगह विरोधी कार्यक्रम कर रहे हैं तो हम क्यों नहीं करेंगे? सम्राट चौधरी ने कहा कि इन लोगों का भीड़ जुटना नहीं था इसलिए चिंतित हैं और आनन-फानन में इनको रैली रद्द करना पड़ गया। 


वही बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने भी नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा कि रैली का रद्द होना दुखद है। हमारी तो बड़ी उम्मीद थी कि नीतीश जी बनारस जाते और अपनी अयोग्ता प्रदान करते। महादेव की मुक्ति के धाम में भगवान सद्बुद्धि भी उन्हें देते। विजय सिन्हा ने आगे कहा कि जिस प्रकार अपनी सांस्कृति विरासत का सम्मान बनारस में पीएम मोदी ने किया है। 


ठीक उसी प्रकार नीतीश कुमार भी बिहार में आकर हमारे शक्ति की भूमि मां जानकी का भक्ति की भूमि पटनदेवी और मुक्ति की भूमि मंगला गौरी गया का उत्थान करते। उन्होंने कहा कि जेडीयू की रैली रद्द हो गया है लेकिन फिर भी हम चाहते हैं कि नीतीश कुमार एक बार बनारस महादेव की धरती पर जरूर जाए। भाजपा संवैधानिक संस्था और संवैधानिक पद का सम्मान करता है। भाजपा बिहार की तरह नेता प्रतिपक्ष की आवाज को दबाने का काम नहीं करता।


 नेता प्रतिपक्ष की आवाज को अंतिम पेज में पांच लाइन में डालने के लिए विज्ञापन का भय दिखाकर ये वातावरण नहीं बनाता है। हर दल के नेताओं को भाजपा में सम्मान मिलता है और कार्यक्रम का अवसर मिलता है। पटना में हुए बिहार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पर विजय सिन्हा ने कहा कि नीतीश का असली चरित्र दिख गया है। जहां इनके गठबंधन दल अडाणी के खिलाफ अक्सर बोलते रहते हैं। वही आज नीतीश कुमार अडाणी की आरती उतार कर इन्वेंस्ट करने की अपील कर रहे हैं। राजद-जदयू और कांग्रेस के लोगों का यही चरित्र है। ये करप्शन और क्राइम करने वाले लोग बड़े-बड़े निवेशकों को खोजते हैं और बाद में उसका दोहन और शोषण करते हैं।