PATNA : बिहार में बालू के अवैध खनन से लेकर मनमाने रेट में इसकी बिक्री को लेकर लगातार सरकार की फजीहत हो रही है। पटना जिले में अवैध बालू बिक्री की मॉनिटरिंग करने के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने इन तीनों के ऊपर यह जिम्मेदारी दी है कि वह बालू की बिक्री में मनमाने रेट और अन्य तरह की गड़बड़ियों पर नजर रखें।
पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने इन चार टीमों का गठन किया और गुरुवार को इन टीमों ने पटना में बालू के स्टोरेज और उसके सेकेंडरी लोडिंग लोकेशन की जांच भी की। टीम ने शुरुआती निरीक्षण के दौरान कुछ जगहों पर गड़बड़ी भी पाई हैं। कुछ स्टोरेज लोकेशन पर सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉल नहीं पाया गया जबकि कुछ जगहों पर बैनर नहीं लगाया गया था। अगले 24 घंटे के अंदर इन लोकेशन के लाइसेंसधारियों को सीसीटीवी और बैनर लगाने का निर्देश दिया गया है।
पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि जिलास्तर पर चार टीमें बनाई गई हैं। निर्धारित दर पर बालू की बिक्री करने का निर्देश लाइसेंसधारियों को दिया गया है। सरकार ने जो रेट तय किया है उसके मुताबिक 100 घनफिट बालू का रेट लोडिंग चार्ज और लाइसेंसधारी का कमीशन मिलाकर 4528 रुपए तय किया गया है। 35 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से 100 सीएफटी बालू का परिवहन भाड़ा अलग से देना है। इससे अधिक कीमत अगर कोई वसूलता तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।