बदलाव के कयासों के बीच JDU की बैठक शुरू, प्रकोष्ठों की समीक्षा कर रहे ललन सिंह

बदलाव के कयासों के बीच JDU की बैठक शुरू, प्रकोष्ठों की समीक्षा कर रहे ललन सिंह

PATNA : जनता दल यूनाइटेड के संगठन में बदलाव के कयासों के बीच आज प्रदेश कार्यालय में महत्वपूर्ण बैठक के शुरू हो गई है. जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह आज प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ मिलकर प्रकोष्ठ की समीक्षा कर रहे हैं. प्रकोष्ठ के तमाम अध्यक्षों को आज इस बैठक में बुलाया गया है. अध्यक्ष की कुर्सी संभालने के बाद ही ललन सिंह ने कहा था कि वह संगठन से जुड़े पदाधिकारियों के कामकाज की समीक्षा करेंगे और उसके बाद आगे का कोई निर्णय लेंगे.


बैठक में शामिल होने के लिए जदयू कार्यालय पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चौधरी देवी लाल के जयंती के मौके पर जींद में आयोजित से कार्यक्रम को लेकर सवाल किया गया. तो उन्होंने इस पर जानकारी नहीं होने का हवाला दे डाला. ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम पार्टी तैर नहीं करती है. नीतीश कुमार का कार्यक्रम मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से तय होता है. यह उनका अपना कार्यक्रम है. पार्टी को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.


गौरतलब हो कि जनता दल यूनाइटेड का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद ललन सिंह पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार बैठक कर रहे हैं. जेडीयू के प्रदेश कार्यालय में स्थित कर्पूरी सभागार में पार्टी की प्रदेश इकाई की बैठक बैठक में प्रदेश के सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्षों को बुलाया गया है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में ललन सिंह सभी प्रकोष्ठों के कामकाज का जायजा लेंगे. 


प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने यह भी बताया था कि जो भी पार्टी के पदाधिकारी सही ढंग से काम नहीं कर पाएंगे ऐसे लोगों को पार्टी बाहर का भी रास्ता दिखाएगी और जो अच्छा काम करेंगे उन्हें प्रोत्साहित भी किया जाएगा.


बता दें कि राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी मिलने के बाद से ही ललन सिंह का पूरा फोकस जेडीयू को मजबूत करने पर है. इसी के तहत बैठकों का दौर जारी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इससे पहले कहा भी था कि 'हमें अपने नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने और जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का उनका सपना पूरा करने के लिए एकजुट होकर पूरी मजबूती और निष्ठा से काम करना है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए न केवल पार्टी के बूथ तक के पदाधिकारी बल्कि एक-एक कार्यकर्ता की सहभागिता जरूरी है.