बड़ी मां के गले लगकर खूब रोये चिराग पासवान, रामविलास की पहली पत्नी ने बेटे को अपने हाथों से खिलाई खीर

बड़ी मां के गले लगकर खूब रोये चिराग पासवान, रामविलास की पहली पत्नी ने बेटे को अपने हाथों से खिलाई खीर

PATNA : आशीर्वाद यात्रा के दौरान शुक्रवार को चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान की जन्मस्थली खगड़िया जिला के शाहरबन्नी गांव पहुंचे. यहां उन्होंने अपनी बड़ी मां और दिवंगत राजनेता रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी से मुलाकात की. काफी लंबे समय के बाद मिले मां-बेटे एक दूसरे को गले लगाकर रो पड़े. राजकुमारी देवी चिराग पासवान को बेटा कहते हुए अपने हाथों से खीर खिलाई और सिर पर पगड़ी पहनाईं.


मां के हाथों से खीर खाकर चिराग पासवान भी काफी भावुक हो गए. वो अपने आंसू रोक न सके और राजकुमारी देवी के गले लगकर रोने लगे. बाद में फिर चिराग ने भी अपनी बड़ी मां को खीर खिलाई. भावुक चिराग ने बड़ी मम्मी से कहा कि पिताजी की मौत के बाद चाचा पशुपति पारस ने मेरे साथ नाइंसाफी की है. इतना सुनते ही राजकुमारी देवी ने चिराग को सीने से लगा लिया और उनका हाथ पकड़ते हुए कहा कि कोई बात नहीं है. सबकुछ ठीक हो जाएगा. हमलोग तुम्हारे साथ हैं. बेटे बिहार की जनता भी तुम्हारे साथ है.

 


आपको बता दें कि दिवंगत नेता राम विलास पासवान ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली शादी साल 1960 में ग्रामीण पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वालीं राजकुमारी देवी से हुई थी. उस वक्त पासवान की उम्र सिर्फ 14 साल थी. हालांकि बाद में पासवान ने राजकुमारी देवी को तलाक देकर साल 1983 में रीना शर्मा से दूसरी शादी कर ली थी. 



पासवान की पहली पत्नी से उनकी दो बेटियां, आशा और उषा हैं. जबकि दूसरी पत्नी रीना से बेटे चिराग और एक बेटी है. दिल्ली से चिराग पासवान जब पटना पहुंचे थे तो चिराग अपनी बड़ी बहन के घर भी गए थे. उस दिन भी चिराग पासवान खुद को नहीं रोक पाए थे और दोनों भाई-बहन एक दूसरे के गले लिपटकर रो पड़े थे. 


आज घर पर मुलाकात के दौरान चिराग की बड़ी मम्मी ने अपने बेटे को विजयी होने का आशीर्वाद दिया. चिराग ने इसके बाद स्मृतिशेष रामविलास पासवान के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने ग्रामीणों से भी आशीर्वाद मांगा. ग्रामीणों ने ताली बजाकर उनका हौसला बढ़ाया. इस ख़ास मौके पर राजद विधायक रामवृक्ष सदा, राजद जिलाध्यक्ष कुमार रंजन ‘पप्पू’ भी मौजूद थे.