Bihar News: राज्य के 15 इंजीनियरिंग कॉलेजों में विदेशी भाषा की पढ़ाई शुरू, वैश्विक नौकरी होगी अब और भी आसान Bihar job update : बिहार में जल्द होगी 22,089 नर्सों की बहाली, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का ऐलान Bihar News: रिश्वत में वाशिंग मशीन और कैश लेते गिरफ्तार हुए दारोगा साहेब, निगरानी ने कुछ ऐसे दबोचा Cooperative Banks loan in Bihar: बिहार के 15 जिलों में खुलेंगे सहकारी बैंक, एक लाख लोगों को मिलेगा लोन Boycott Turkish Products: भारत में शुरू हुआ तुर्की का आर्थिक बहिष्कार, 2023 में हमारी दरियादिली देखी, अब भुगतो नाराजगी बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: मुजफ्फरपुर में जमीन कारोबारी की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर CBSE Board 12th Result 2025: गोल इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने लहराया परचम PATNA: बिहार के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए अच्छी खबर, वेतन भुगतान के लिए 28 अरब से अधिक की राशि जारी Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट
1st Bihar Published by: Updated Sun, 29 May 2022 07:17:20 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार के सियासी गलियारे में पिछले कई दिनों से जो चर्चा हो रही थी उस पर मुहर लग गयी है. जेडीयू ने आरसीपी सिंह का पत्ता साफ कर दिया है. आरसीपी सिंह को राज्यसभा चुनाव में जेडीयू का उम्मीदवार नहीं बनाया गया है. पार्टी ने अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया है. झारखंड के जेडीयू नेता खीरू महतो को जेडीयू ने राज्यसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया.
जेडीयू के इस एलान के बाद आरसीपी सिंह की न सिर्फ सांसद का पद छिनेगा बल्कि केंद्र सरकार में मंत्री पद भी जायेगा. सांसद होने के कारण ही उन्हें जेडीयू कोटे से केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली है. राज्यसभा सांसद के तौर पर आरसीपी सिंह का कार्यकाल जून महीने में समाप्त हो जायेगा. यानि उसके बाद उन्हें मंत्री पद से भी हटना पड़ेगा. हालांकि प्रधानमंत्री चाहें तो बगैर सांसद रहे ही किसी को 6 महीने तक मंत्री रख सकते हैं.
खीरू की लॉटरी क्यों लगी
जेडीयू ने खीरू महतो को राज्यसभा में अपना उम्मीदवार बनाया है. खीरू महतो झारखंड के नेता हैं. वे जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष हैं. पूर्व में विधायक भी रह चुके हैं. नीतीश कुमार बिहार की सत्ता में आने के बाद झारखंड के हर चुनाव में ये कोशिश करते रहे हैं कि वहां के कुर्मी समाज को अपने पाले में ले आयें. इसके लिए उन्होंने हर तरह का प्रयोग किया. लेकिन हर बार औंधे मुंह गिरे. एक दौर में झारखंड में जेडीयू के 6 विधायक हुआ करते थे. अब की हालत ये है कि जेडीयू के किसी उम्मीदवार की विधानसभा चुनाव में जमानत तक नहीं बचती. खीरू महतो को राज्यसभा भेजने के पीछे दो कारण हैं. एक तो वे उसी कुर्मी समाज से आते हैं जिससे आरसीपी सिंह आते थे. दूसरा ये कि नीतीश कुमार को ये उम्मीद है कि खीरू महतो के सहारे वे झारखंड के कुर्मी वोटरों को गोलबंद कर सकते हैं.