PATNA: बाबा बागेश्वर के पटना आने पर उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोकने का एलान कर चुके बिहार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव मंगलवार को घर से बाहर निकले. बागेश्वर वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री के पटना पहुंचने के चार दिन बाद तेजप्रताप यादव अपने घर से बाहर नजर आये. मीडिया ने बाबा बागेश्वर पर सवाल पूछा तो कहा-कौन है बाबा, हम किसी बाबा-आबा-डाबा को नहीं जानते. वैसे तेजप्रताप यादव को बाबा की बात की जानकारी थी. मीडिया से उन्होंने कहा-बाबा रामराज लाने की बात कर रहा है, बिहार में कृष्णराज है. तेजप्रताप यादव ने कहा-कृष्ण साक्षात यदुवंश थे, हमलोग उन्हीं के वंशज हैं.
बाबा तो सिर्फ देवराहा बाबा थे
अपने घर से बाहर निकले तेजप्रताप यादव को मीडिया ने रोका. सवाल पूछा कि आपने बाबा बागेश्वर को रोकने का एलान किया था. तेजप्रताप यादव बोले-कौन है बाबा. आप लोग किस बाबा के बारे में बात कर रहे हैं. असली बाबा देवराहा बाबा थे. देवराहा बाबा जैसे कोई बाबा नहीं हुए. वे 400 साल जिंदा रहे. देवराहा को हमलोग मानते हैं, उन्हीं के आशीर्वाद से हमारा जन्म हुआ. और कोई बाबा-आबा-डाबा को हम नहीं जानते हैं.
बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम के हर बात की खबर
वैसे तेजप्रताप यादव को बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम के हर बात की खबर थी. उन्होंने मीडिया से कहा-कार्यक्रम जो चल रहा है, आप देख रहे हैं उसमें कितने लोग बीमार हुए है. आयोजक क्या कर रहे हैं. और वो जो बाबा है उसने पूरे बिहारियों को गाली देने का काम किया है. आप देख रहे हैं किस तरीके से पूरे बिहारी को बोलता है कि पागल है.
बाबा का कार्यक्रम पॉलिटिक्स है पूरी तरीके से. ऐसे कार्यक्रम से इस देश को तोड़ने के लिए पॉलिटिक्स रची जा रही है. आरएसएस और बजरंग दल के जरिये और कौन कौन सेना के जरिये हमको गाली दिलवाने का काम किया जा रहा है. भगवान कृष्ण को भी महाभारत में शिशुपाल ने गाली देने का काम किया था. अंत में भगवान ने सुदर्शन चक्र चलाया. तो देखे नहीं कि कर्नाटक में भाजपा छितिर बितिर हो गया. बाबा यहां आया ओर वहां हरवा दिया भाजपा को.
बिहार में कृष्ण राज है
मीडिया ने सवाल पूछा कि बाबा बागेश्वर रामराज और हनुमान की बात कर रहे हैं. तेजप्रताप यादव ने कहा- बिहार में कृष्ण राज है, महागठबंधन का राज है. भगवान श्रीकृष्ण सोलह कलाओं से पूर्ण थे. राम जी तो 14 कला में ही पूर्ण थे. कृष्ण भगवान साक्षात यदुवंश हैं, हम लोग उन्हीं के वंशज हैं. और वे जिस हनुमान जी की बात कर रहे हैं वह हनुमान जी तो भगवान श्रीकृष्ण की छतरी पर थे. महाभारत चल रहा था तो हनुमान जी कृष्ण जी के साथ थे.