DESK : राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले रविवार को कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जगदगुरु स्वामी विजयेंद्र सरस्वती अयोध्या पहुंचे। कांची शंकराचार्य प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंदिर परिसर में चल रहे अनुष्ठान की यज्ञशाला में गए और प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। जोशीमठ ज्योर्तिपीठ शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और पुरी गोवर्धन पीठ शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद स्वामी ने प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कुछ सवाल उठाए थे। अविमुक्तेश्वरानंद ने तो यहां तक दावा किया था कि कोई शंकराचार्य प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाएंगे क्योंकि धर्म और शास्त्र के हिसाब से चीजें नहीं हो रही हैं।
वहीं, कांची कामकोटि पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री विजयेंद्र सरस्वती जी महाराज ने कहा कि राष्ट्र हित, धर्म हित और विश्व के कल्याणार्थ जब भी कोई पहल होती है, तो आपसी सभी मतभेदों को भुलाकर एकता का संदेश देना ही भारतीय संस्कृति और परंपरा है। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से एक दिन पहले जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री विजयेंद्र सरस्वती जी महाराज राम नगरी अयोध्या पहुंचे और यह संदेश दिया।
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री विजयेंद्र सरस्वती जी महाराज के सचिव गजानंद कांड़े ने बताया कि जगद्गुरु ने कहा कि हमारे देश में जब-जब राष्ट्र हित की दिशा में कोई पहल हुई है तब-तब लोग आपसी मतभेद भुलाकर एक साथ आगे आये हैं। यही हमारी संस्कृति है। इसी तरह धर्म हित की पहल होने पर भी मतभेदों को भुलाकर एकता का संदेश देना भारत की गौरवशाली परंपरा रही है।
गजानंद कांड़े के अनुसार जगद्गुरु शंकराचार्य ने यह भी कहा कि विश्व कल्याण के लिये पहल होने पर भी भारत का प्रत्येक नागरिक आपसी मतभेद भुलाकर दुनिया को एकता का संदेश देता है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश में राष्ट्र और धर्म हित की हर पहल में विश्व का हित निहित रहता है। इसलिए ऐसे विशेष अवसरों पर हमें सामंजस्य बनाकर विश्व को एकता का संदेश देना चाहिये, यही युगधर्म है।
अयोध्या के श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अयोध्या पहुंचेंगे। पीएम मोदी रामलला प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान हैं. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई क्रिकेटरों, बिजनेसमैन, संतों, मशहूर बॉलीवुड हस्तियों और विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही देश के सभी मंदिरों में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण किया जा रहा है।