PATNA: पटना के आलोक और नेहा ने अपने बेटे अयांश के इलाज के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाई है। अयांश की मां नेहा का कहना है कि प्रधानमंत्री सबकी मदद करते हैं। मेरे बच्चे की भी जिंदगी बचायी जाए। नेहा का कहना है कि बेटे के पास सिर्फ 14 महीने ही शेष बचे है। उन्होंने देशवासियों से अपील की है कि वे उनकी मदद के लिए सामने आएं।
10 महीने के अयांश की जान बचाने के लिए उसके माता-पिता राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगायी है। अयांश इन दिनों दुर्लभ बीमारी से जुझ रहा है। अयांश स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से पीड़ित है। अयांश जब दो महीने का था तब इस बीमारी का पता चला। अभी बच्चे के गर्दन का एक हिस्सा काम करना बंद कर चुका है। इस बीमारी का इलाज सिर्फ एक इंजेक्शन है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि यह कोई आम इंजेक्शन नहीं है। इस इंजेक्शन का नाम ZOLGENSMA है जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपए है। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार इस बीमारी के लक्षण के साथ जन्म लेने वाले बच्चे ज्यादा से ज्यादा दो साल तक ही जिंदा रह पाता है।
बेंगलुरु के एक हॉस्पिटल में टाइपोरोनिया सीपी डिटेक्ट किया गया। डेढ़ माह तक बेंगलुरु में रहकर आलोक और नेहा ने अपने बेटे का इलाज कराया। इलाज के दौरान 16 लाख से अधिक खर्च भी हो गया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। जब हालत बिगड़ने लगी तो बेंगलुरु के NIMHANS में अयांश का इलाज कराया गया। डॉक्टरों को एसएएम बीमारी की आशंका हुई और जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। अब एसएमए के इलाज के लिए 16 करोड़ रुपये के एक इंजेक्शन की कहां से व्यवस्था की जाए इस सोचकर परिजन काफी परेशान हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं।
अयांश के माता-पिता अपने बेटे के इलाज के लिए वित्तीय सहायता की मांग कर रहे हैं। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी अपील की है कि वे 16 करोड़ रुपये की लागत वाले इंजेक्शन के लिए आवश्यक धन की व्यवस्था करने में मदद करें। वे अपने बेटे के इलाज के लिए रुपये इकट्ठा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। अपने बेटे की जान बचाने के लिए अयांश के माता-पिता मुख्यमंत्री के जनता दरबार का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं। नेहा सिंह ने बताया कि वह साधारण परिवार से आती हैं। ऐसे में वह लोगों से अपील कर रही हैं कि बच्चे के इलाज के लिए आगे आकर लोग मदद करें।
स्पाइनल मस्कुलर एट्राफी से पीड़ित 10 महीने के बच्चे अयांश को बचाने के लिए शुक्रवार को बिहार विधानसभा और विधान परिषद में इस मामले को उठाया गया। भाजपा सदस्य संजय प्रकाश ने विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही यह मामला उठाया। संजय प्रकाश ने कहा कि राज्य सरकार को इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए। नवल किशोर यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रावधान भी किया हुआ है कि वह लोगों के इलाज में मदद देती है। सरकार इस मामले में भी पीड़ित परिवार की मदद करे। एमएलसी नवल किशोर यादव ने भी संजय मयूख के साथ मांग रखी। कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि सरकार इस मामले को देखेगी।
अयांश की मदद के लिए सोशल मीडिया पर लोगों ने मुहिम शुरू कर दिया है। जिससे कई लोग मदद के लिए सामने आ रहे है। अयांश को मदद के लिए ट्विटर पर भी मुहिम शुरू की गयी है। ट्विटर पर सोनू सूद से भी 16 करोड़ की इन्जेक्शन को उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है। बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव के पुत्र अभिमन्यु यादव ने अयांश के माता-पिता से मुलाकात कर मदद का भरोसा दिया। अयांश की मां नेहा सिंह का कहना है कि बेटे के पास सिर्फ 14 महीने ही शेष बचे है। उन्होंने देशवासियों से यह अपील की है कि वे भी उनकी मदद के लिए सामने आएं।
अयांश की मदद के लिए जनता दल यूनाइटेड महिला मोर्चा की कार्यकर्ता सामने आईं हैं। उनकी तरफ से 51 हजार 500 रुपये की मदद की गयी है। जेडीयू महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर यह सहयोग राशि इकट्ठा की। महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मिलकर यह सहयोग राशि इकट्ठा की। महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने लोगों से भी अपील की है कि वे भी अयांश की मदद के लिए सामने आएं।