AURANGABAD: औरंगाबाद में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मदनपुर प्रखंड के कई गावों में मौत का खौफनाक मंजर देखने को मिल रहा है। गुरुवार को भी जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई। लगातार हो रही मौतों ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी पर सवाल खड़ा कर दिया है। जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। जिले में पिछले पांच दिनों के भीतर 20 लोगों की जान जा चुकी है।
गुरुवार को भी जहरीली शराब पीने से मदनपुर प्रखंड के चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान नोनियाडीह निवासी देवनाथ भुईयां के बेटे सुभाष भुईयां, बेरी टोला भुईयां बिगहा निवासी शिव रविदास के बेटे श्यामजी रविदास, बेरी टोला चौधरी बिगहा निवासी कमाता चौधरी के बेटे नन्हक चौधरी और खिरियावां निवासी सुरेश पासवान के बेटे अशोक पासवान के रूप में हुई है।
जिसमें सुभाष भुईयां,श्यामजी रविदास और अशोक पासवान के शव को गया मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं नन्हक चौधरी के परिजनों ने शव को बिना पोस्टमार्टम के ही जला दिया। वहीं पनमारा निवासी सुकन भुईयां के बेटे भजु भुईयां का इलाज फिलहाल जारी है। जहरीली शराब से मौत के बाद मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया है। चारों तरफ चीख- पुकार से पूरे इलाक में मातमी माहौल है।
मृतक के परिजनों का बताना है कि सभी लोग शराब पीकर घर आये थे। शाम होते होते सभी की तबीयत बिगड़ने लगी। उसके बाद धीरे-धीरे आंखों की रौशनी चली गयी। करीब 12 घंटे के भीतर सभी ने दम तोड़ दिया। मृतक के परिजन मौत का कारण जहरीली शराब बता रहे हैं जबकि प्रशासनिक अधिकारी इस संबंध में कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। इधर, लगातार हो रही मौतों ने पुलिस और प्रशासन की नींद उड़ा दी है। पुलिस शराब कारोबारियों के खिलाफ लगातार छापेमारी कर रही है।