औरंगाबाद में हाथियों का आतंक, तीन लोगों को किया घायल

औरंगाबाद में हाथियों का आतंक, तीन लोगों को किया घायल

AURANGABAD: औरंगाबाद में हाथियों के आतंक से लोग काफी दहशत में है। हाथियों के झुंड ने तीन लोगों को घायल कर दिया है। बीते तीन दिनों से औरंगाबाद में हाथी के एक झुंड ने किसानों व ग्रामीणों को परेशान कर रखा है। हाथी के इस झुंड में कुल 11 हाथी है।मंगलवार को हाथियों का झुंड मदनपुर से होते हुए औरंगाबाद शहर के अमर बिगहा के बिलकुल पास पहुंच गया जिससे आस पास के किसान काफी दहशत में हैं। तीन दिनों में हाथी के झुंड ने तीन लोगों को अपना निशाना बनाया है। घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 


घायलों में बनोखर गांव निवासी प्रेमन भुइयां, बल्हाबार निवासी डोमन भुइयां एवं चांद बीघा निवासी रंजन भुइयां शामिल हैं। प्रेमन भुइयां अपनी बहन के घर सहियारी आया हुआ था। किसी तरह वह एक हाथी की चपेट में आ गया। वही डोमन भुइयां अपने खेत में लगे धान की फसल का निगरानी कर रहा था तभी उसे हाथी ने पटक दिया। जबकि रंजन भुइयां हाथी को देखने पहुंचा था और वह भागने के क्रम में घायल हो गया। 


बताया जाता है कि हाथियों का झुंड गया के जंगलों से भटकर जंगल के रास्ते होते हुए दो दिन पूर्व मदनपुर पहुंचा और किसानों की खेतों में जमकर उत्पात मचाया।हाथियों का झुंड सबसे पहले मदनपुर के पिछूलिया गांव पहुंचा और किसानों की फसलों को बर्बाद किया।किसानों ने हाथियों को भगाने का प्रयास किया लेकिन झुंड के हाथियों ने सबों को खदेड़ दिया।हाथियों के आक्रमकता को देख किसान दहशत में आ गए।


इसकी सूचना वन विभाग को दी गई।विभाग की टीम ने हाथियों को भगाने का काफी प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिल सकी।हाथियों का झुंड पिछुलिया को पार करते हुए खेतों के रास्ते मदनपुर के ही कानीडीह पहुंचा और यहां भी खेत की फसलों को नुकसान पहुंचाया।तीसरे दिन मंगलवार को हाथी औरंगाबाद शहर के अमर बिगहा गांव पहुंच गया।


औरंगाबाद के डीएफओ तेजस जायसवाल ने बताया कि पिछले तीन दिनों से हाथी का एक समूह गया के जंगलों से भटकर औरंगाबाद आ गया है और उन्हें नियंत्रित करने के लिए विभाग की टीम लगी हुई है। उन्हे जंगल के रास्ते ही भगाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने सभी ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि रात्रि के समय सभी ग्रामीण अपने अपने घरों के आगे मशाल जलाकर रखें ताकि हाथी का झुंड खेत से होकर गांव में प्रवेश न कर सके। उन्होंने किसानों से यह भी अपील की है कि कभी भी शौच के लिए अकेले अंधेरे में न निकले। हाथी क्षति पहुंचा सकते हैं। डीएफओ ने बताया कि हाथियों ने फसल को भी नुकसान पहुंचाया है जिसका आकलन किया जा रहा है।