AURANGABAD: शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती के मौके पर जमुई सांसद व लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान आज औरंगाबाद के हसपुरा प्रखंड स्थित धमनी खेल मैदान में पहुंचे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर चिराग पासवान ने कहा कि शहीद जगदेव प्रसाद सिंह ने गरीबों एवं शोषितों के हित की रक्षा के लिए आजीवन संघर्ष किया। उनके संघर्ष को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। शहीद जगदेव प्रसाद का सपना सामाजिक न्याय और सामाजिक एकजुटता का था लेकिन उनके सपने को खंडित करने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है।
जगदेव विचार मंच की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद अरुण कुमार, समाजसेवी डॉ. प्रकाश चंद्रा, गोह विधायक भीम कुमार सिंह, कुटुंबा विधायक राजेश राम, पूर्व विधायक रवींद्र सिंह, राजाराम सिंह, सुरेश मेहता, शिव पूजन सहाय भी मौजूद थे।
इससे पहले चिराग पासवान ने पचरुखिया बाजार में जगदेव चौक पर स्थित शहीद जगदेव प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।जिसके बाद वे धमनी खेल मैदान पहुंचें जहां कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। इस कार्यक्र में भारी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे। सिर पर मुकुट पहना कार्यकर्ताओं ने चिराग पासवान का स्वागत किया। लोगों को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि शहीद जगदेव प्रसाद सिंह ने गरीबों एवं शोषितों के हित की रक्षा के लिए आजीवन संघर्ष किया। उनके संघर्ष को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
फर्स्ट बिहार से बातचीत के दौरान चिराग पासवान ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में युवाओं की भारी भीड़ उमड़ी है जो हमारी ताकत हैं। वही युवाओं के साथ-साथ तमाम बुजुर्ग भी एकजुट होकर इस कार्यक्रम में हमें आशीर्वाद देने पहुंचे हैं। स्व. जगदेव बाबू की जयंती पर आज हमलोग एकजुट हुए है।
चिराग ने कहा की शहीद जगदेव प्रसाद का सपना सामाजिक न्याय और सामाजिक एकजुटता का था जिसे वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खंडित करने का काम किया है। दलित-महादलित, पिछड़ा-अतिपिछड़ा में बांटकर अगड़ा और पिछड़ा को एक दूसरे से लड़ाकर समाज को खंडित करने का काम किया है। तमाम महापुरुषों और स्व. रामविलास पासवान जी के सपने को ये तमाम युवा ही पूरा करेंगे।
छात्रों के आंदोलन पर कहा कि अपनी जायज हक की लड़ाई के लिए छात्र संघर्ष कर रहे थे लेकिन जिस बर्बरता से उन पर लाठियां चलायी गयी जो गलत है। जब-जब छात्रों पर लाठियां चलाई गयी और अत्याचार हुआ तब-तब एक नया युवा आंदोलन खड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री खुद ऐसे छात्र आंदोलन से निकलकर आए हैं। खुद अपनी लाठियां खाने की कहानियां सुनाते हैं लेकिन आज खुद वो युवाओं पर लाठियां चला रहे हैं ऐसे में याद रखें कि ये भी बदलाव की नई दास्तान लिखेगा। इन लाठियों से ही नए बिहार की नींव हम युवा खड़ा करेंगे।