AURANGABAD: छोड़ी दा दरुआ, छोड़ी दा गंजवा छोड़ी सिगरेटवा ना....कि ए पापा मानी ना मोरे कहनवा राउर जोड़िले हथवा ना...नशा के खिलाफ गीत गाकर रातों रात सुर्खियों में आई औरंगाबाद की दो बहनों को जिला प्रशासन ने सिर आंखों पर बिठाया है। वायरल सिस्टर्स को डीएम सौरभ जोरवाल ने अपने हाथों से सम्मानित किया। औरंगाबाद डीएम ने इस मौके पर कहा कि अब हर सरकारी जागरुकता कार्यक्रम में ये दोनों बहने कार्यक्रम प्रस्तुत करेगी।
शराब के खिलाफ गाना गाकर रातों रात सुर्खियों में आई रोहतास की बिटिया 'वायरल गर्ल' सलोनी के बाद अब औरंगाबाद की दो बेटियों ने भी नशा के खिलाफ अपना मोर्चा खोला। नशा विरोधी गीत गाकर औरंगाबाद की सिस्टर्स ने खुब सुर्खियां बटोरी। दोनों बहनों का नशा मुक्ति गीत सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो को कई लाइक और शेयर मिले है। इस गीत को लोगों ने काफी पसंद भी किया है। औरंगाबाद की दोनों बहने रातों रात वायरल हो गयी। इस बात की जानकारी औरंगाबाद डीएम को भी मिली।
रफीगंज के खिरहिरी गांव की दो सगी बहनों को औरंगाबाद जिला प्रशासन ने सिर आंखों पर बिठाया। दोनों बहनों का नशा मुक्ति गीत सुनने के बाद डीएम सौरभ जोरवाल ने उन्हें अपने पास बुलाया। दोनों को शॉल, मोमेंटो और गिफ्ट हैम्पर देकर सम्मानित किया। डीएम ने कहा कि अब दोनों बहने इस बार 26 जनवरी को आयोजित होने वाले जिला स्थापना दिवस समारोह में न केवल अपनी प्रस्तुति देंगी बल्कि जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किये जानेवाले सभी प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम की भी शान बढ़ाएंगी।
गौरतलब हैं कि इसके पहले औरंगाबाद के बगल के रोहतास जिले के पतलुका गांव की रहने वाली तिलौथु मध्य विद्यालय की छात्रा सलोनी भी नशा मुक्ति गीत गाकर सुर्खियों में आई थी। बॉलीवुड फिल्म नायक में जिस प्रकार अनील कपूर को एक दिन का मुख्यमंत्री बनाया गया उसी तर्ज पर सलोनी को भी एक दिन का जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO)बनाया गया।
नशा मुक्ति गीत गाने वाली औरंगाबाद की वायरल सिस्टर्स 12 साल की सोनाली राज और 10 साल की कुमारी सृष्टि का भी जादू चल गया है। छोड़ी दा दरुआ, छोड़ी दा गंजवा छोड़ी सिगरेटवा ना....कि ए पापा मानी ना मोरे कहनवा राउर जोड़िले हथवा ना...गाकर दोनों बहने सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। औरंगाबाद डीएम ने दोनों बहनों को सम्मानित किया जिससे दोनों बेहद खुश हैं। दोनों की खुशी का ठिकाना नहीं है। माता-पिता कलावती देवी एवं श्याम पुजारी भी अपनी बेटियों की इस उपलब्धि से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।