औरंगाबाद-गया सीमा पर IED ब्लास्ट, एक ग्रामीण की मौत, सुरक्षाबलों को टारगेट कर नक्सलियों ने प्लांट किया था बम

औरंगाबाद-गया सीमा पर IED ब्लास्ट, एक ग्रामीण की मौत, सुरक्षाबलों को टारगेट कर नक्सलियों ने प्लांट किया था बम

DESK: गया-औरंगाबाद सीमा से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां नक्सलियों द्वारा लगाए गये आईडी बम की चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत हो गयी है। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को टारगेट करते हुए बम को प्लांट किया था। आईडी बम ब्लास्ट के बाद गांव के एक चरवाहे की दर्दनाक मौत हो गयी। घटना औरंगाबाद-गया सीमा पर स्थित सागरपुर जंगल का है जहां आईडी ब्लास्ट की घटना हुई है। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाने पर लेते हुए इस आईडी बम को प्लांट किया था। 


औरंगाबाद-गया जिले की सीमा पर अति नक्सल प्रभावित लंगुराही-पचरूखियां के दुर्गम जंगली इलाके में माओवादियों द्वारा प्लांटेड आईइडी बम के सोमवार को विस्फोट कर जाने से एक चरवाहे की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान गया जिले के गया जिले के छ्करबंधा थाना के तारचुआं गांव निवासी कईल भुईयां (52वर्ष) के रूप में की गई है। मृतक के परिजनो ने शव का दाह संस्कार कर दिया है। 


औरंगाबाद के पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि गया-औरंगाबाद की सीमा पर सागरपुर के पास यह घटना घटी है। मृतक जंगल में मवेशी चरा रहा था। वही जंगल में ही महुआ चुनने के दौरान नक्सलियों द्वारा प्लांटेड आईइडी बम पर उसका पैर चला गया। जिसके ब्लास्ट करने से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। सूत्रों की माने तो विस्फोट के बाद शव कई फीट ऊपर हवा में उड़ गया और उसके चिथड़े उड़ गये।


घटना के बाद आसपास से जुटे सैकड़ो ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दिये बिना ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। एसपी ने बताया कि नक्सलियों द्वारा आईईडी बम पुलिस और सुरक्षा बलों को टारगेट कर प्लांट किया गया था। उन्होंने स्वीकार किया था कि इलाके में और भी आईइडी बम प्लांटेड हो सकते है। इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है। मौके पर बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया गया है। पुलिस चप्पे चप्पे पर सर्च कर आईइडी बमों की खोज में लगी है।