अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को छठव्रतियों ने दिया अर्घ्य, छठ घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को छठव्रतियों ने दिया अर्घ्य, छठ घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

AURANGABAD: लोक आस्था का महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। आज के दिन छठव्रती अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देती हैं। डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अगले दिन सुबह उगते हुए सूर्य यानी उदयगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देती है। अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठव्रती और श्रद्धालु दोपहर बाद से ही छठ घाटों पर पहुंचने लगे। पटना से सहित अन्य जिलों में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देने का सिलसिला शुरू हो गया है। 


वहीं औरंगाबाद के सूर्य नगरी देव में भी छठव्रती अर्घ्य दे रही है। छठ घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। बता दें कि दो साल लोग कोरोना जैसी महामारी से परेशान थे। कोरोना संक्रमण में आई कमी के कारण इस साल छठ पर्व को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। कई ऐसी छठव्रती है जो पहली बार छठ व्रत कर रहे हैं। 


औरंगाबाद देव की सूर्य नगरी में करीब 10 लाख श्रद्धालु इस वक्त मौजूद हैं। श्रद्धालुओं की इतनी संख्या को देखकर ही यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस पर्व को लेकर लोगों में कितना उत्साह और उमंग है। छठव्रतियों ने पवित्र सूर्यकुंड में डुबकी लगाई और डूबते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। देव स्थित सूर्य मंदिर में इतनी बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं के पहुंचने की वजह से जिला प्रशासन को थोड़ी परेशानियां जरूर हो रही है। 


लेकिन भगवान भास्कर की कृपा से बगैर किसी बाधा के छठव्रती इस अनुष्ठान को सम्पन्न कर रहे हैं । गौरतलब है कि औरंगाबाद के देव में छठ पूजा का एक अलग ही महत्व है। ऐसी मान्यता है कि जो कोई भी सच्चे मन और श्रद्धा भाव से यहां छठ पूजा का अनुष्ठान करता है, सूर्यनारायण उनकी अराधना अवश्य पूरी करते हैं। छठव्रती कल यानी सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगी और पारण का प्रसाद ग्रहण करने के साथ ही चार दिवसीय महापर्व छठ का समापन होगा।