पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
ARWAL: बिहार में अपराधियों के मन से पुलिस का खौफ खत्म हो चुका है। अरवल में बेखौफ बदमाशों ने एक बार फिर उसी घर को आग के हवाले कर दिया, जिस घर में पिछले दिनों मां-बेटी को जिंदा जला दिया था। इस बार बदमाशों का निशाना उसी केस की सूचक थी हालांकि समय रहते सूचक महिला घर से बाहर निकल गई थी। बता दें कि बीते 29 नवंबर को दुष्कर्म में विफल होने पर आरोपी ने मां-बेटी को जिंदा जलाकर हत्या कर दी थी।
दरअसल, अरवल के परासी थाना क्षेत्र के चकिया गांव में शनिवार की देर रात पुलिस को चुनौती देते हुए बदमाशों ने एक बार फिर से उसी घर को आग लगा दिया, जिस घर में मां-बेटी की पिछले दिनों जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी। उस केस की सूचक को जिंदा जलाकर मारने की प्लानिंग थी। लेकिन केस की सूचक आरती देवी ने घर से भागकर किसी तरह से अपनी जान बचाई। केस की सूचक मृतका की गोतनी आरती ने बताया कि शनिवार की देर रात दो लोग उसके घर पहुंचे थे और घर में रखे नेवारी में आग लगा दिया था।
उधर, घटना की जानकारी दिए जाने के घंटों पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। बाद में ASP रोशन कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे घटना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने परासी थाने की पुलिस को मामले की छानबीन करने का निर्देश दिया है। बता दें कि बीते 29 नवंबर को दुष्कर्म में असफल होने पर आरोपी ने घर को आग के हवाले कर दिया था, जिसमें झुलस कर मां सुमन देवी और सात साल की बेटी श्रद्धा कुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस घटना ने बिहार की सियासत को हिलाकर रख दिया था।