आरा में कातिब की अपहरण के बाद हत्या, 4 दिन बाद तालाब से लाश बरामद

आरा में कातिब की अपहरण के बाद हत्या, 4 दिन बाद तालाब से लाश बरामद

ARRAH: बिहार के भोजपुरी जिले में 50 हजार रुपए के लिए रजिस्ट्री ऑफिस के कातिब का अपहरण किया गया। अपहरण के बाद उनकी हत्या करने का मामला सामने आया है। जमीन रजिस्ट्री और पैसे की लेनदेन के विवाद में नामजद अपहर्ताओं द्वारा चार दिन पहले कातिब का अपहरण कर उनके घर वालों से फिरौती मांगी गयी थी। जब फिरौती की रकम नहीं मिली तो बदमाशों ने कातिब की हत्या कर शव को तालाब में फेंक दिया।


अगवा कातिब की लाश आरा जेल के पीछे खेताड़ी इलाका स्थित तालाब से बरामद किया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। शव मिलने की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजन और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। इस घटना से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वही पुलिसिया दबिश के कारण एक अपहर्ता ने आरा सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। लेकिन अन्य आरोपी अब भी फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। 


मृतक की पहचान नवादा थाना क्षेत्र के पकड़ी गिरजा मोड़ निवासी शिवकुमार लाल का 50 वर्षीय पुत्र सुशील कुमार श्रीवास्तव के रूप में हुई है। जो आरा निबंधन (रजिस्ट्री) कार्यालय में लाइसेंसधारी कातिब थे। मृतक के छोटे भाई सन्नी श्रीवास्तव ने बताया कि उनके बड़े भाई सुशील कुमार श्रीवास्तव रजिस्ट्री ऑफिस में बतौर कातिब का काम करते थे। उनका रौजा मुहल्ले के रियाजुद्दीन नामक एक शख्स ने जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए 50 हजार रुपए दिये थे। इस लेन-देन का विवाद चल रहा था। जहां 6 अगस्त की शाम जब बड़े भाई घर से निकल कर नगर थाना के धनुपरा के पास किसी को जमीन दिखाने के लिए गए हुए थे। इसी दौरान रियाजुद्दीन और उसके साथियों ने बड़े भाई का अपहरण कर लिया और मोबाइल पर फोन कर परिजन से 50 हजार रुपए की मांग करने लगे। धमकी दी गयी कि पैसा नहीं मिला तो सुशील को जान से मार देंगे। जिसके बाद किसी तरह 10 हजार रूपए का जुगाड़ किया गया। 


अपहर्ताओं ने परिजन को धनुपरा बुलाया फिर वहां से कॉल कर रौजा मोहल्ला के पास बुलाकर 10 हजार रुपए ले लिया और बाकि के 40 हजार रुपए जल्द लाने की बात कहते हुए हमारे भाई से सिर्फ फोन पर बात करवाया। जब हम लोग 40 हजार रुपए की जुगाड़ कर फिर उस मोबाइल पर फोन किए तो उनका मोबाइल और मेरे बड़े भाई का मोबाइल दोनों ही ऑफ बताने लगा। जिसके बाद हम लोगों ने इसकी तत्काल लिखित सूचना नगर थाना पुलिस को दी। थाने में प्राथमिक दर्ज होने के बाद पुलिस अगवा सुशील सिन्हा की तलाश में जुट गयी। 


इसी बीच पुलिस ने हमें बताया कि आपके भाई का शव आरा जेल के पीछे खेताड़ी मुहल्ला स्थित तालाब से बरामद हुआ है। नगर थाना के एसआई सतेन्द्र कुमार सत्यार्थी से जब पूरे घटना के संबंध में जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने वरीय अधिकारियों का हवाला देते हुए सिर्फ इतना ही कहा कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 


जबकि इस संबंध में भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि एक व्यक्ति परिजनों द्वारा थाने में लिखित सूचना दी गई है कि उसके घर के एक सदस्य को अगवा कर लिया गया है.पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि जो व्यक्ति गायब है उनका और जिन पर गायब करने का आरोप है। उन लोगों में किसी जमीन को लेकर पैसे की लेनदेन का विवाद हुआ था और इसी में उन्हें गायब किया गया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की  गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुटी है। पुलिस की दबिश को देखते हुए एक आरोपी मोहम्मद अकबर ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है.। जबकि अन्य आरोपी मौके से फरार है। इन सभी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।